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ट्रेन हादसे में सिपाही समेत दो की मौत, मचा कोहराम

नंदगंज (गाजीपुर) जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में शुक्रवार के दिन ट्रेन हादसे में जीआरपी के सिपाही समेत दो लोगों की मौत हो गई। घटना से सम्बंधित इलाकों में कोहराम मच गया। सिविल पुलिस व जीआरपी ने शवों का पंचनामा कर उनका पोस्टमार्टम कराया। 

नदंगंज संवाद के अनुसार स्थानीय थाना क्षेत्र के श्रीगंज गांव के पास सुबह के वक्त चलती ट्रेन से गिरकर एक युवक की मौत हो गई। स्टेशन प्रशासन के अनुसार उक्त युवक पूना में किसी प्राइवेट कम्पनी में नौकरी करता था। 30 अगस्त को वह कम्पनी में छुट्टी लेकर ट्रेन में सवार होकर अपने घर जा रहा था। इस दौरान श्रीगंज गांव के पास वह युवक चलती टे्रन से गिर गया। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों से युवक ने अपना नाम और पता 26 वर्षीय शम्भू पासवान पुत्र आनंदी पासवान निवासी सईना थाना बेल्हार जिला बैशाली बिहार बताया। ग्रामीणों की सूचना पर स्टेशन प्रशासन के लोग मौके पर पहुंचे। आनन-फानन में घायल को नजदीक के अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। एसओ नंदगंज रविन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक के पैंट की जेब से मिली डायरी पर लिखे मोबाइल नम्बर के आधार पर इसकी सूचना उसके परिजनों को दे दी गई है। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को थाने में रखा गया है। जब परिवार के लोग थाने पर आयेंगे तो उनके हवाले शव को किया जायेगा। 

दिलदारनगर संवाद के अनुसार स्थानीय जीआरपी में तैनात 33 वर्षीय सिपाही अनिल कुमार यादव पुत्र राम निवास यादव निवासी सब्बलपुर देवरिया सुबह के वक्त ड्यूटी पर थे। इस दौरान स्थानीय स्टेशन पर के प्लेटफार्म नम्बर दो पर ट्रेन से उतरने के दौरान पैर फिसलने की वजह से वह डाउन मगध एक्सप्रेस की चपेट में आ गये। ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
सूचना मिलते ही  सिपाही के परिजन के साथ पत्नी बाची देवी मौके पर पहुंची। शव को देख वह विलाप करने लगी। इस दौरान मौके पर मौजूद सभी लोगों की आंखे नम हो गई। दिलदारनगर जीआरपी चौकी प्रभारी केदार नाथ मौर्य ने बताया कि अनिल कुमार यादव स्थानीय स्टेशन पर सरकारी रूम लेकर अपने पत्नी बाची देवी के साथ रहता था। जिसके दो पुत्र 10 वर्षीय प्रियांशु  व 7 वर्षीय पीयूष  है। यह 23 दिसंबर2016 में जीआरपी में सिपाही के रूप ही तैनात था। कैंसर रोग से ग्रसित होने के कारण जीआरपी इलाहाबाद के अधिकारीयो ने सहानभूति से इसकी तैनाती जीआरपी दिलदार नगर में ही कर दी थी। बाद में जआरपी के अधिकारियों के निर्देश पर जवानों ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के हवाले कर दिया। 
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