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ठगों ने मुख्य सेविका को लगाई लाखों की चपत

नंदगंज। भोली-भाली और अनपढ़ महिलाओं के ठगों के शिकार होने की खबरें तो प्रायः मिलती रहती हैं लेकिन यह खबर ऐसी है जो कामकाजी महिलाओं के लिए भी सावधान करने वाली है। बाल विकास परियोजना सदर की मुख्य सेविका सोना सिंह पत्नी स्व.सच्चिदानंद सिंह को ठगों ने अपनी जाल में ऐसा फंसाया कि वह करीब 12 लाख रुपये के जेवर तथा नकदी उनके हाथों दे बैठीं और फिर वह ठग चंपत हो गए। वाकया गुरुवार की दोपहर का है। सोना सिंह जिला मुख्यालय स्थित अपने दफ्तर से घर नंदगंज बाजार के लिए बस पकड़ने निकलीं। 

पैदल ही वह लंका बस स्टैंड की ओर बढ़ रही थीं कि विशेश्वरगंज में सड़क पर उन्हें एक अनजान शख्स मिला। उनसे पूछा कि क्या वह डॉक्टर बाबा को जानती हैं। सोना सिंह ने अनभिज्ञता जताई। उसी बीच एक दूसरा शख्स आया। वह डॉ.बाबा की महिमा सुनाने लगा। कुछ ही पहल बाद खुद तथा कथित डॉक्टर बाबा भी वहां आ गए। दोनों व्यक्तियों ने डॉक्टर बाबा का अभिवादन किया और उनसे अपने घर चलने का आग्रह करने लगे। तब डॉक्टर बाबा बोला कि नहीं उनसे ज्यादा जरूरी उनकी इस भद्र महिला की जरूरत है। 

उसके बाद एक व्यक्ति कार लेकर डॉक्टर बाबा के पास आकर रुका। तब तक सोना सिंह उन सभी के झांसे में आ चुकी थीं। डॉक्टर बाबा के कहने पर वह भी सबके साथ कार में बैठ गईं। कार कुछ दूर गई कि डॉक्टर बाबा ने सबको संबोधित करते हुए कहा कि सभी लोग अपने पास के जेवर, नकदी उन्हें दें। वह जाप करना चाहते हैं। पहले उन दोनों व्यक्तियों ने अपने पास की नकदी, जेवर बाबा को सुपुर्द कर दिया। यह देख सोना सिंह भी अपनी सोने की अंगूठी, चेन तथा कंगन सहित एक हजार रुपये नकद बाबा को पकड़ा दीं। 

उसके बाद डॉक्टर बाबा बोला कि यह सब तो शुद्ध हो जाएगा लेकिन घर पर रखे अन्य जेवर, नकदी को भी शुद्ध करना जरूरी है। वरना संतान की क्षति होगी। डॉक्टर बाबा की इस बात से सोना सिंह सहम गईं और बताईं कि उनके अन्य जेवर नंदगंज बाजार में यूनियन बैंक के लॉकर में हैं। सभी सोना सिंह को बैंक लेकर पहुंचे। वह बाहर ही रुक गए जबकि सोना सिंह अंदर जाकर अपना लॉकर खोलीं और सारे जेवर लाकर डॉक्टर बाबा के हाथ में सौंप दी। उसके बाद कार से सोना सिंह सहित सभी नंदगंज बाजार के अस्पताल के पास पहुंचे। डॉक्टर बाबा ने कहा कि सभी कार से उतर जाएं वह जाप करेंगे। 

कुछ पल बाद वह सबको कार के पास बुलाया और सोना सिंह को कागज का बंडल थमाते हुए कहा कि यह अपना सारा जेवर लें लेकिन इस बंडल को शाम को खोलेंगी। उसके बाद बाबा समेत उसके सारे चले जिला मुख्यालय की ओर से कार से निकल गए। उन्हें जाते देख सोना सिंह को शक हुआ। वह मौके पर ही कागज के बंडल को खोलीं। उनका माथा ठनक गया। बंडल में कंकड़-पत्थर थे। वह उल्टे पांव थाने में पहुंची और अपने साथ हुए वाकये की तहरीर दीं। एसओ रवींद्र श्रीवास्तव ने बताया कि बैंक के पास की दुकान के सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया। उसमें तीन संदिग्ध चेहरे दिख रहे हैं लेकिन स्पष्ट नहीं हैं। बावजूद कोशिश हो रही है कि ठगों तक पहुंचा जाए। 
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