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गाजीपुर : विधि-विधान से सम्पन्न हुआ काशीदास बाबा पूजा

गाजीपुर/बाराचंवर। क्षेत्र अन्तर्गत टोडरपुर गांव मे बुद्धवार के दिन यदुबंशियों के अराध्य देव काशीदास बाबा का पूजा पिपनार गांव निवासी सुरेन्द्र पंथी ने धूमधाम से सम्पन्न कराया। सर्वप्रथम पंथी ने विधि‍बिधान से मण्डप बनवाया तथा अपने अराध्य देव का स्मरण करते हुए मण्डप का परिक्रमा किया, तत्पश्‍चात पुरोहित दयाशंकर चौबे से गोईठा मांगा तथा देवी भगवती का आह्वान करते हुए मत्रों चार किया और देखते ही देखते गोईठा में अग्नि जलने लगी, उस समय वहा मां भगवती व कृष्ण भगवान का खुब जयकारा लगा पुरा वातावरण भक्तिमय हो गया पूजा के दौरान पंथी ने हैरत अंगेज कारनामा दिखाये खौलते हुए दूध से पांच वर्षीय बालक विशाल यादव को नहलाया लेकिन बालक का शरीर जला नही, तथा एक पांच वर्षीय बालक गोलू को मंडप के चारो तरफ कई चक्कर दौड लगवाया और दर्जनो युवको को उस बालक को पकड़ने को कहा लेकिन कोई युवक उस बालक को पकड नही पाया, इसके बाद पंथी ने काशीदास बाबा के पूजा पर प्रकाश डालते हुए कहा की काशीदास बाबा का पूजा पांच हजार एक सौ अठारह वर्ष से पहले से शुरू है। 

काशीदास बाबा कन्हैया के शिष्य थे, काशीदास बाबा की पुजा वृन्दावन में गोर्वधन पूजा के नाम से जाना जाता है। कन्हैया ने अपने शिष्य काशी से कहा की तुम्हारे नाम की पूजा पूरे देश मे होगी इस बात पर काशीदास बाबा आश्चर्यचकित हो गये और कन्हैया से कहे की पूजा पाठ का सामान कहा से आयेगा तो इस बात पर कन्हैया ने कहा की तूम्हारे पूजा पाठ में कुछ खर्च नही आयेगा बस तुमको 9 बास की बल्ली, एक कम्बल तथा एक बास की लाठी व तीन खप्पर की जरूरत पडे़गी ये तुम्हारे भक्त आशानी से उपल्बध करादेंगे और आपका पूजा हो जायेगा। उन्होने आगे कहा की पूजा विश्वाश का प्रतीक होता है भगवान कृष्ण की 16 हजार पटरानी थी, किसी देवी-देवता या राजा महाराजा के मुकुट पर मोर पंख नही देखे होंगे लेकिन भगवान कृष्ण के मुकुट पर हमेशा मोर पंख दिखायी देता होगा, भगवान कृष्ण प्रेम के प्रतीक है वे हमेशा गोपियों से प्रेम किये कभी सम्भोग नही किये उनके अन्दर सोलह कला थी। 

पूजा के दौरान फलाहारी बाबा  विजय शंकर चतुर्वेदी, ओमप्रकाश चौबे, ग्राम प्रधान मुन्ना राजभर, काशी राजभर, रामनिवास यादव रमाशंकर यादव, राधेश्याम यादव, राजनारायण यादव, हरदेव यादव, जयनारायण यादव, झुन्ना यादव, कपिलमुनी यादव, नन्दलाल यादव गंगासागर यादव, शेषनाथ यादव आदि मौजूद रहे। अन्त मे पूजा के आयोजक शैलेन्द्र यादव ऊर्फ सोनू ने पूजा में आये हुए लोगो के प्रति आभार प्रकट किया।
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