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गाजीपुर: डीएम ने सीडीपीओ सहित 52 का रोका वेतन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जिलाधिकारी केबालाजी ने बाल विकास पुष्टाहार विभाग में चल रही लापरवाही को लेकर बेहद नाराज हैं। जब उन्होंने एक दिन पहले सीडीपीओ कार्यालय एवं मुख्यसेविकाओं की जांच कराई तो इस दौरान सीडीपीओ समेत कुल 52 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। इसमें अकेले 42 मुख्यसेविकाएं शामिल हैं। सभी अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसको लेकर विभाग में खलबली मची हुई है।

जिलाधिकारी को शिकायत मिली थी कि मुख्यसेविकाएं आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण नहीं कर रही हैं। सीडीपीओ की मिलीभगत से अपनी फर्जी रिपोर्ट भेज रही हैं। जिससे सरकार की कल्याणकारी योजना हौसला पोषण मिशन को झटका लग रहा है। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने बीते मंगलवार को सभी बीडीओ के माध्यम से जांच कराई तो बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ। कहीं पर मुख्यसेविकाएं मौजूद नहीं थी तो कहीं सीडीपीओ ही गायब मिले।

जब बुधवार को बीडीओ की रिपोर्ट आई तो कुल 52 कर्मचारी अनुपस्थित थे। इसमें मुहम्मदाबाद और देवकली की प्रभारी सीडीपीओ थी जो कार्यालय में नहीं मिली। इसके साथ ही पांच लिपिक, एक वाहन चालक, एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और 42 मुख्य सेविकाएं शामिल थी। जो अनुपस्थित पाई गईं। डीएम ने रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद प्रभारी डीपीओ अमरनाथ मौर्या को कार्रवाई का निर्देश दिया। प्रभारी डीपीओ ने बताया कि सभी अनुपस्थित सीडीपीओ सहित अन्य कर्मचारियों का वेतन बाधित करते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। डीएम ने कहा है कि इस तरह की लापरवाही आगे भी हुई तो निलंबन की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
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