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गाजीपुर: एनएचएआई से मुआवजा के लिए दर-बदर भटक रहे हैं किसान

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सैदपुर राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण द्वारा राजमार्ग 29 के चैड़ीकरण के लिए अधिग्रहित की जा रही जमीनों के अधिग्रहण को लेकर एनएचएआई व काश्तकारों के बीच उपजा विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। अधिग्रहित जमीनों का मुआवजा अब तक न मिलने से अब भी काश्तकारों में जहां संशय व्याप्त है वहीं बिना उनकी समस्या के समाधान के ही उनकी जमीनों पर काम शुरू होने को लेकर काश्तकार डर भी रहे हैं। 

मामला औड़िहार खुर्द व औड़िहार कलां गांव का है। वहां के काश्तकारों का कहना है कि अगल बगल के गोपालपुर, सादीभादी, ईशोपुर सहित लगभग हर गांव के काश्तकारों को उनकी अधिग्रहित जमीनों की नोटिस के साथ ही उनका मुआवजा भी मिल गया है लेकिन हमारे गांव के काश्तकारों को मुआवजा तो दूर अब तक नोटिस भी नहीं मिली। सोमवार की शाम को राजमार्ग के दाएं व बाएं तरफ विद्युत पोल लगाने पहुंची विद्युत विभाग की टीम को भी काश्तकारों ने वहां पोल नहीं लगाने दिया। 

बैरंग लौटाते हुए कहा कि जब तक हमारी जमीनों के बाबत हमें पर्याप्त सूचना के साथ ही नोटिस नहीं मिल जाती तब तक हम अपनी जमीनों में कोई कार्य नहीं होने देंगे। मांग किया कि हमें हमारी अधिग्रहित भूमि के बाबत ये जानकारी दी जाए कि हमारी जमीन के कितने रकबे को चैड़ीकरण के लिए प्रभावित किया जा रहा है और उस प्रभावित जमीन के बाबत हमें पर्याप्त नोटिस भी दी जाए। कहा कि जब तक प्रभावित जमीनों के बाबत नोटिस नहीं मिलेगी तब तक कोई कार्य नहीं होगा। 

इसके बाद विद्युत विभाग की टीम वहां से बिना पोल लगाए वापस लौट गई। इस बाबत जानकारी मिलने पर एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि मामले की पूरी जांच के लिए गुरूवार को जनपद से एक टीम मौके पर जाएगी। इस दौरान काम रोकने वाले काश्तकार अर्जुन सिंह, अशोक सिंह, भीम सिंह, एडवोकेट मनीष तिवारी, पृथ्वीराज सिंह, दशमी राजभर, उदय प्रताप सिंह, विजय सिंह आदि मौजूद थे।
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