गाजीपुर: पीएम मोदी व सीएम योगी के विशेष आशीर्वाद के बावजूद भी बुनियादी विकास में जनपद शून्य
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी का जिले पर विशेष आशीर्वाद के बावजूद भी यहां बुनियादी सुविधाओं सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि का विकास भाजपा सरकार में नही हो पाया। जिले जर्जर सड़कें अपने दशा पर बयान करती है कि यहां के सांसद और विधायक विकास के लिए कितना जागरूक है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में जिले की जनता ने वीजेपी को बहुमत से जिताया। पीएम मोदी व सीएम योगी ने सरकार में यहां के सांसद और विधायकों को भागीदारी देकर जिले को ताकत दिया। पीएम मोदी ने गाजीपुर के सांसद मनोज सिन्हा को रेल राज्य मंत्री व दूर संचार का स्वतंत्र प्रभार सौंपा। गाजीपुर के निवासी कलराज मिश्र को लघु कुटील उद्योग का कैबिनेट मंत्री बनाया।
यहीं के निवासी महेंद्र पांडेय को मानव संसाधन राज्य मंत्री बाद में उत्तर प्रदेश भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया। सीएम योगी ने घटक दल भासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व विधायक ओमप्रकाश राजभर को पिछड़ा वर्ग कल्याण का कैबिनेट मंत्री बनाया। पीएम मोदी ने जो जिले को ताकत दी उसे विकास के रूप में परिवर्तित करने में यहां के जनप्रतिनिधि फेल रहें। रेल को छोड़कर किसी भी क्षेत्र में जिले का विकास नही हुआ। जिले की सभी मुख्यमार्ग एकदम जर्जर है, सम्पर्क मार्गो का तो हाल भगवान भरोसे है। शिक्षा में यहां के निवासी महेंद्र पांडेय मानव संसाधन राज्य मंत्री होने के बावजूद जिले में विश्वविद्यालय की स्थापना नही हो पायी, जबकि यहां पर मानक से दूना महाविद्यालय स्थापित हैं।
इंजिनियरिंग कालेज, मेडिकल कालेज के वादे के बावजूद भी खुल न सका। कलराज मिश्र जिले के सबसे वरिष्ठ भाजपा नेता है। केंद्रिय कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद कोई भी उद्योग धंधा जिले में लगाने में पूरी तरह विफल रहें। चर्चित नंदगंज चीनी मिल को भी खुलवाने में सारे नेता असफल रहें। आठ महीने बीत जाने के बावजूद कोई भी उत्तर प्रदेश के विकास की परियोजना जिले में शुरू नही हुआ है। सपा कार्यकाल में गोराबाजार में बना 200 बेड का हास्पिटल में पुराना अस्पताल अभी तक स्थानांतरित नही हो पाया है।
पुराने जिला चिकित्सालय को तोड़कर 100 बेड का महिला चिकित्सालय का निर्माण का योजना भी खटाई में पड़ी है। कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर भी विकाय कार्य में पूरी तरह से फेल है। उनके दिये गये सड़को, गेस्टहाउस, रोडवेज-बस स्टैंड आदि कार्यो की प्रस्ताव शासन में धूल चाट रहें है। विधायक संगीता बलवंत, विधायक अलका राय, विधायक सुनीता सिंह अपने क्षेत्र के सड़क और अन्य विकास कार्य में पूरी से फेल है। राजनीतिक गलियारो में चर्चा है कि सपा कार्यकाल में धर्मार्थ राज्य मंत्री विजय मिश्र ने अकेले जिले को ट्रामा सेंटर, 100 बेड का महिला अस्पताल, प्रेक्षागृह, अंर्तराष्ट्रीय स्टेडियम शासन स्वीकृति करा दिया था। अगर उसी को भाजपा सरकार बनवा दें तो जिले में विकास की गंगा बह जायेगी।