Today Breaking News

गाजीपुर: लड़की की सगाई के बाद दहेज दानव मांगने लगे नकदी और सोना, एफआईआर दर्ज

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सैदपुर दहेज प्रथा रोकने के लिए सरकार कड़े कानून बनाती है और कई बार सख्ती से उनका पालन भी कराती है। वैसे तो दहेज के प्रति कार्रवाई के लिए ज्यादातर मामले विवाह के पश्चात पुलिस के पास आते हैं लेकिन थानाक्षेत्र के अलायचक से दहेज का ऐसा मामला पुलिस के पास आया है जो विवाह पूर्व का है। अलायचक में वर पक्ष के लोगों ने पहले तो बिना दहेज के विवाह तय कर लिया और अब जब बरछा व गोदभराई की रस्म पूरी हो गई तो वर पक्ष रूपए व अन्य सामान की मांग करने लगा। 

वधू पक्ष द्वारा असमर्थता जाहिर करने पर भी वर पक्ष तैयार नहीं हुआ और उसने शादी तोड़ दी। इस पर वधू पक्ष ने बरछा में दी गई नकदी वापस मांगी लेकिन वर पक्ष नकदी वापस न कर दबंगई पर उतर आया। क्षेत्र के अलायचक निवासी सामू राम ने अपनी पुत्री सरिता की शादी आजमगढ़ के मेहनाजपुर थाना के जियापुर निवासी राकेश राम पुत्र सूबेदार संग 20 मई 2018 को तय की थी। आर्थिक रूप से कमजोर सामू से लड़के के पिता सूबेदार ने साफ तौर पर किसी भी तरह का दहेज लेने से साफ मना कर दिया था। 

इसके बाद बीते नवंबर माह में विवाह के लिए जरूरी रस्म बरछा किया गया। जिसमें सामू ने सामथ्र्य के हिसाब से 50 हजार रूपए नकदी व कुछ अन्य सामान दिया। तत्पश्चात 10 नंवबर को गोदभराई भी हो गई। रस्म पूरी हो जाने के बाद लड़के के पिता सूबेदार के द्वारा सामू से दहेज के रूप में 2 लाख रूपए के साथ ही फर्नीचर, गाड़ी आदि की मांग की जा रही है। सामू ने असमर्थता दिखाई लेकिन सूबेदार मानने को तैयार नहीं हुआ। जिसके बाद सामू ने कहा कि वो रकम नहीं दे पाएंगे तो सूबेदार ने कहा कि फिर शादी भी नहीं होगी। 

इस पर सामू ने बरछा में दिए गए अपने रूपए मांगे तो सूबेदार ने उसे धमकाते हुए कहा कि वो रूपए नहीं देगा। काफी लोगों से कहने के बाद थकहार कर सामू ने शनिवार को कोतवाली की दरवाजा खटखटाया। इस बाबत उसने कोतवाल को शिकायती पत्र देकर मामले में कार्रवाई की मांग की। कोतवाल शरदचंद्र त्रिपाठी ने बताया कि मामले की तहरीर मिली है। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
'