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वाराणसी हादसाः गाजीपुर को भी मिला दर्द, एक ही परिवार के तीन सदस्यों सहित चार की मौत

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर वाराणसी में हुए फ्लाईओवर हादसे का दर्द गाजीपुर को भी मिला है। नंदगंज थाने के सहेड़ी गांव के एक परिवार के तीन सदस्यों सहित चार की मौत हुई है। यह सभी उसी बोलेरो में सवार थे जो फ्लाईओवर के गिरे स्लैब में दबी थी। सहेड़ी के रिटायर्ड सिंचाई कर्मी खुशीलाल राम अपने बेटे संजय के इलाज के लिए अपनी बोलेरो से वाराणसी गए थे। 

उनके साथ खुशीलाल के सिंचाई कर्मी दूसरे पुत्र शिवबचन राम भी थे जबकि बोलेरो चालक बीरेंद्र यादव मुड़वल गांव का था। संजय कैंसर से पीड़ित थे। पिता तथा भाई उनकी कीमोथेरपी कराने के बाद घर लौट रहे थे। उसी वक्त हादसे के शिकार हो गए। हादसे के बाद सहे़ड़ी में कोहराम मचा है। पीड़ित परिवार घटना के लिए सरकार को दोषी मान रहा है। उनका यह भी कहना है कि दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

परिवार के सदस्यों को हादसे की जानकारी तब हुई जब मृत शिवबचन के पुत्र नीलेश राम ने बताया कि शाम के भोजन के लिए वह उन्हें फोन किया। उधर से हादसे की जानकारी दी गई। मुड़वल निवासी वीरेंद्र यादव बोलेरो चला रहा था। वीरेंद्र की पत्नी ने सरकार से सहारा और नौकरी देने की मांग की है। वीरेंद्र परिवार के एकमात्र सहारा था। एडीएम राजेश कुमार ने बताया कि वाराणसी प्रशासन ने इसकी सूचना दी। 

राजस्व कर्मियों को सहेड़ी तथा मुड़वल भेजा गया है। सरकार की घोषणा के तहत पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा। मालूम हो कि मंगलवार की शाम करीब सवा पांच बजे अचानक निर्माणाधीन फ्लाईओवर का स्लैब गिर पड़ा था। मुख्य योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के आश्रितों को पांच लाख तथा घायलों को दो लाख रुपये देने की घोषणा की है। साथ ही वह हादसे के कुछ ही घंटे बाद वाराणसी पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लेने के साथ ही बीएचयू ट्रामा सेंटर में घायलों का हालचाल लिए। 

इसी बीच प्रदेश के राहत आयुक्त संजय कुमार ने हादसे में अभी तक 15 लोगों की मौत की पुष्टि की है। इनमें से एक महिला समेत 12 के शव निकाले जा चुके हैं। करीब एक दर्जन लोग घायल हैं। इस मामले में सरकार ने उच्चस्तरीय जांच कमेटी गठित कर 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी है। साथ ही कार्यदायी संस्था के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर सहित चार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

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