Today Breaking News

गाजीपुर: भाजपा का तीन दिन पहले बना ‘इमरजेंसी’ के बहाने कांग्रेस पर हमला बोलने का प्लान!

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सन् 1975 के आपातकाल को मुद्दा बना कर कांग्रेस पर हमला करने का भाजपा का प्लान तीन दिन पहले बना था। इसकी पुष्टि इस लिए भी होती है कि भाजपा की जिला इकाई ने इसके लिए बीते रविवार से तैयारी शुरू की। दरअसल ऊपर से बीते रविवार को ही इस कार्यक्रम के लिए सूचना मिली। आनन-फानन में गाजीपुर के लोकतंत्र रक्षक सेनानियों की सूची जुटाई गई। जिन सेनानियों के फोन नंबर मिले। उन्हें बताया गया कि पार्टी मंगलवार को आपातकाल संत्रास स्मरण दिवस मना रही है। इस मौके पर जिला पंचायत सभागार में समराोह आयोजित किया गया है। उसमें उनको सम्मानित किया जाएगा। शायद यही वजह रही कि समारोह में बमुश्किल २५ सेनानी पहुंच पाए जबकि गाजीपुर में कुल सेनानियों की संख्या 140 है। समारोह के मुख्य अतिथि एमएलसी केदारनाथ सिंह थे। उन्होंने कहा कि परिस्थितियों और अध्यादेशों से आपातकाल नहीं लाया जाता, यह नेता की मानसिकता से आता है। 

आजादी के बाद भारत के लोकतंत्र की जड़ों को हिलाने का सबसे पहला प्रयास आपातकाल के रूप में इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने किया था। पार्टी का उद्देश्य लोकतंत्र की रक्षा मे शामिल सेनानियों के इस अप्रतिम योगदान के समय विभिन्न प्रकार के दंश झेलना पडा था। उससे वर्तमान व आने वाली पिढी सबक व प्रेरणा ले। उन्होंने कहा कि आपातकाल में जनता को जो पीड़ा व प्रहार झेलना पडा था वह देश की राजनीतिक दिशा बदलने का कारण बना। सदर विधायक डॉ.संगीता बलवंत ने कहा कि लोकतंत्र रक्षक सेनानियों की देशभक्ति भावना से हमे सिख लेनी चाहिए। 

पार्टी जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी, लोक अधिकारों, मीडिया एवं न्यायपालिका के अधिकारों की रक्षा और आपातकाल के खिलाफ यदि सबसे ज्यादा किसी को प्रताड़ित किया गया तो जन संघ एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया गया था। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण व दीपप्रज्वलन से हुआ। समारोह को लोकतंत्र सेनानी आचार्य इंद्रजीत पांडेय, रामदरश यादव,शिवपूजन गुप्ता, सतीश चंद्र श्रीवास्तव, विजय शंकर चौबे, राजेंद्र प्रसाद चौरसिया आदि ने भी संबोधित किया। इसके साथ ही उन्हें अंगवस्त्रम् तथा माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। 

समारोह में सूनिल सिंह, ओमप्रकाश राय, रामनरेश कुशवाहा, ओमप्रकाश राम, श्यामराज तिवारी, सरोज कुशवाहा, अच्छे लाल गुप्त, रमाकांत सिंह, प्रवीण सिंह, सुमित तिवारी, जिला मीडिया प्रभारी शशिकांत शर्मा ,मनोज बिंद, अमरेश गुप्त, इतवारी राजभर, अनिल यादव, अवधेश दूबे, रूद्रा पांडेय, वीभा पाल, अभय मौर्य, पवनंजय पांडेय, तेरसु यादव, ओमकार सिंह, चतुर्भुज चौबे, भानू जायसवाल, शकुंतला देवी, कार्तिक गुप्ता, गर्वजीत सिंह, रंजन तिवारी आदि थे। अध्यक्षता लोकतंत्र रक्षक सेनानी सूर्य नाथ यादव व संचालन डॉ. व्यास मुनी राय ने किया।

'