गाजीपुर: भाजपा का दलित प्रेम पार्टी के लिए बन सकता है कैंसर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर भाजपा का दलित प्रेम पार्टी के लिए कैंसर बन सकता है। मिशन 2019 में भाजपा को इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है। इस बात की चर्चा राजनीतिक गलियारों में जोरों पर है। राजनीतिक पंडितों के अनुसार भाजपा दलित प्रेम में अपने मूल वोटर सवर्णो को नाराज कर दी है। एसटी/एससी एक्ट जो मोदी सरकार ने पारित किया है वह गैर दलित विरोधी है इस बात की चर्चा गाजीपुर से गाजियाबाद तक शुरु हो गया है। युवा क्षत्रिय महासभा व ब्राह्मण जनसेवा मंच द्वारा इसका सड़क पर उतर कर विरोध शुरु हो गया है। क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष राजकुमार सिंह ने पूर्वांचल न्यूज डाट काम को बताया कि पूरे देश के राजपूत इस कानून का सड़क पर उतर कर विरोध करना शुरु कर दिये हैं। अगर समय रहते मोदी सरकार ने इस काले कानून को वापस नही लिया तो इसका खामियाजा 2019 में भुगतना पड़ेगा। कर्मचारी नेता अंबिका प्रसाद दूबे ने कहा कि एससी/एसटी एक्ट गैर दलित विरोधी है उसे सरकार द्वारा वापस लिया जाये। अन्यथा हम ब्राह्मण बंधू इसके विरोध में भाजपा का साथ देना बंद कर देंगे। अधिवक्ता विजयशंकर पांडेय ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा पारित ऐसा कानून समाज को बांटने तथा सामाजिक वैमनस्यता लाने का काम करते हैं। ऐसे बिल का पास होने पर पीएम मोदी कहते हैं कि हम गर्वांवित महसूस कर रहे हैं तथा किसी सवर्ण सांसद का विरोध न करना समाज के लिए दुर्भावनापूर्ण व दुर्भाग्यपूर्ण है। इस संदर्भ में भाजपा की तरफ से अपना पक्ष रखते हुए प्रदेश की मीडिया प्रभारी नवीन श्रीवास्तव ने पूर्वांचल न्यूज डाट काम को बताया कि भाजपा जात-पात, राग-द्वेश व लाभ-हानि से उठकर राजनीति करती है। समाज के अंतिम व्यक्ति को विकास की धारा में लाने के लिए मोदी जी ने यह साहसिक कदम उठाया है। इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं।