Today Breaking News

गाजीपुर: रेलवे के मुआवजे को लेकर गुस्से में मेदनीपुर के किसान, मनोज सिन्हा से मिल कर मांगेंगे वाजिब दर

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सुहवल ताड़ीघाट-मऊ रेल खंड के निर्माण के लिए अधिग्रहित भूखंड के मुआवजे की रकम को लेकर मेदनीपुर गांव के किसानों में गुस्सा है। उनका कहना है कि उनके साथ भेदभाव हो रहा है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शुक्रवार को गांव के किसानों एकत्र हुए और प्रदर्शन किए। प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। उन्होंने चेताया कि जब तक वाजिब मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक वह अपनी भूमि का अधिग्रहण नहीं होने देंगे।

गांव के वीर बहादुर सिंह ने कहा कि रेल लाइन गांव के रास्ते गुजरेगी। उस रास्ते में कई पक्के निर्माण हैं। इस दशा में उन घरों के मालिकों को भी उसी हिसाब से मुआवजा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर इंसाफ नहीं हुआ तो फिर व्यापक आंदोलन होगा। इसके लिए गांव के लोग 29 सितंबर को अपने संसदीय क्षेत्र गाजीपुर पहुंचे रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा से भी मिलेंगे। प्रदर्शनकारियों में मटरू सिंह, राजेंद्र सिंह, कन्हैया सिंह, अखंड प्रताप सिंह, मिथलेश सिंह, डबलू सिंह आदि प्रमुख थे।

मालूम हो कि मेदनीपुर गांव रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। वह पहले ही कह चुके हैं कि स्वीकृत रेल खंड के लिए अधिग्रहित भूमि का वाजिब मुआवजा दिया जाएगा। वहां के ग्राम प्रधान दीपक सिंह ने कहा कि किसानों की मांग जायज है। उनकी आवाज दबाने की साजिश हो रही है लेकिन ऐसा नहीं होगा। उनका कहना था कि गांव के गंगबरार की भूमि का मुआवजा 55 लाख रुपये तय किया गया है और आबादी से सटे शत-प्रतिशत मालियत की भूमि का मुआवजा मात्र 35 लाख रुपये निर्धारित हुआ है। यह अपने आप में विसंगति है। फिर बगल गांव के सोनवल में यह राशि दो करोड़ 68 लाख रुपये तय हुई है। यह मेदनीपुर के लोगों के साथ सरासर बेइंसाफी है।

'