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गाजीपुर: छेड़छाड़ में फंसा सपा नेता का बेटा, तीन साथियों संग नामजद

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सैदपुर सपा के वरिष्ठ नेता ठाकुर देवराज सिंह के बेटे नितेश छेड़छाड़, मारपीट के मामले में फंस गया है। इस मामले में रविवार को पीड़ित पक्ष के पूर्व रेलकर्मी रामजी पांडेय ने कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई। उसमें नितेश सहित उसके साथी औड़िहार ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजन सिंह, सोनू सिंह व मोनू सिंह को नामजद किया गया है जबकि चार अज्ञात हैं। एसएचओ सैदपुर शरदचंद्र त्रिपाठी ने बताया कि यह मामला अति गंभीर है। लिहाजा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। उनकी तलाश हो रही है।

रामजी पांडेय के मुताबिक बीते पांच सितंबर को औड़िहार स्थित उनके आवास में अभियुक्त जबरिया घुसे और महिलाओं के साथ मारपीट, छेड़छाड़ के साथ ही तोड़फोड़ किए। उधर सपा नेता ठाकुर देवराज सिंह ने कहा कि उनके बेटे और उसके साथियों पर यह आरोप सरासर झूठ है। सच्चाई यह है कि उनके मकान में रामजी पांडेय जबरिया कब्जा जमाना चाहता है। इसको लेकर वह पहले भी इस तरह के झूठे आरोप लगा चुका है। कथित घटना के दिन रामजी पांडेय की दो बहुएं उनके मकान का ताला तोड़ कर जबरिया अंदर जाने की कोशिश में थीं। तब वह मुंबई में थे। जानकारी मिलने पर वह सैदपुर कोतवाल को फोन किए। फिर भतीजों को भी फोन किए। कोतवाल मौके पर पहुंचे। कोतवाल उनके भतीजे तथा रामजी पांडेय के लोगों को लेकर एसडीएम सैदपुर के यहां गए। जहां एसडीएम ने कोर्ट का फैसला आने तक यथास्थिति बनाए रखने को कहा लेकिन फिर अचानक कोतवाल मौके पर पहुंचे और उनके मकान में ताला जड़ दिए। कोतवाल की यह एक पक्षीय कार्रवाई के पीछे रामजी पांडेय की बहू प्रियंका पांडेय है। वह उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही है और सुल्तानपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तैनात है। वही अपने महकमे के अधिकारियों को गुमराह कर उनके परिवार के खिलाफ बार-बार झूठे आरोप में कार्रवाई कराती है।

ठाकुर देवराज ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की शिकायत वह बजरिये रजिस्ट्री पत्र शासन, प्रशासन को अवगत करा चुके हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि इंसाफ मिलेगा। उनका कहना है कि दरअसल वह राजनीतिक व्यक्ति हैं और विरोधी साजिश कर उन्हें नाहक बदनाम तथा प्रताड़ित करने पर आमादा है। मालूम हो कि रामजी पांडेय रेलवे के टीटीई पद से रिटायर हैं और उनके दिवंगत पिता बलदेव पांडेय अपने जमाने में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार थे।

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