गाजीपुर: योगी के मंत्रिपरिषद के संभावित विस्तार में गाजीपुर फिर कट!
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर प्रदेश की योगी सरकार में संभावित फेरबदल और विस्तार को लेकर गाजीपुर के भी भाजपाजनों को काफी उत्सुकता है लेकिन मीडिया में लग रहे कयासों पर गौर किया जाए तो गाजीपुर के हाथ निराशा ही लगेगी। मतलब गाजीपुर से जुड़े किसी को मंत्रिपरिषद के संभावित विस्तार में जगह नहीं मिलेगी। गाजीपुर में भाजपा की तीन एमएलए हैं। अलका राय मुहम्मदाबाद, सुनीता सिंह जमानियां तथा डॉ.संगीता बलवंत सदर सीट की एमएलए हैं। इनके अलावा गाजीपुर स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी के विशाल सिंह चंचल एमएलसी हैं। खास यह कि इन सभी के समर्थक उम्मीद लगाए हैं कि मंत्रिपरिषद के संभावित विस्तार में उनकी किस्मत खुलेगी लेकिन राजधानी लखनऊ से मीडिया में आ रही खबरों में इनमें किसी का नाम नहीं है।
अलबत्ता, खबरों में संगठन में प्रभावी भूमिका निभा रहे प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया, विद्यासागर सोनकर और पंकज सिंह जैसे कुछ नेताओं के नाम जरूर शामिल हो रहे हैं। इनके साथ ही अपना दल के आशीष पटेल, फैजाबाद के रामचंद्र यादव अवतार सिंह भड़ाना और यशवंत सिंह का नाम भी चर्चा में है। हाल ही में प्रदेश के दौरे पर आए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की लखनऊ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संग लंबी मंत्रणा के बाद मंत्रिपरिषद में फेरबदल तथा विस्तार की चर्चा को और बल मिला है। चर्चा है कि दीपावली तक मंत्रिपरिषद में कुछ नए लोगों को शपथ दिलाई जा सकती है। कुछ के विभाग बदले जा सकते हैं तो कुछ को प्रोन्नति भी मिल सकती है। स्वतंत्र प्रभार के तीन-चार राज्य मंत्रियों को कैबिनेट का दर्जा दिया जा सकता है। इनमें स्वतंत्र देव सिंह, महेंद्र सिंह, सुरेश राणा और उपेंद्र तिवारी के नाम शामिल हैं।
मालूम हो कि 19 माह पहले जब योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री की शपथ ली थी और अपने मंत्रिपरिषद का गठन किया था तब भी गाजीपुर के भाजपाजनों को पूरा विश्वास था कि उसमें गाजीपुर को भी जगह मिलेगी। जगह तो मिली लेकिन भाजपा को नहीं बल्कि सहयोगी पार्टी सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गाजीपुर की जहूराबाद से विधायक बने ओमप्रकाश राजभर को मंत्रिपरिषद में शामिल होने का मौका दिया गया था। कैबिनेट मंत्री के रूप में उन्हें दिव्यांग कल्याण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बहरहाल, उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दीपावली से पहले अपने मंत्रिपरिषद में फेरबदल और विस्तार कर सकते हैं।