गाजीपुर: बाराचवर में एक दिन पहले ही मारा गया रावण
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बाराचवर वैसे तो लगभग पूरे देश में विजयादशमी का पर्व और लंका नरेश रावण का वध 19 अक्टूबर को होगा लेकिन बाराचवर की अति प्राचीन रामलीला कमेटी की चल रही रामलीला में गुरुवार को ही रावण मारा गया। भगवान श्रीराम ने युद्ध में लंका नरेश रावण का वध किया। उसके साथ ही करीब पच्चास फीट लंबे रावण के पुतले का दहन हुआ। दरअसल, रावण दहन को लेकर भ्रांति उत्पन्न हो गई थी । दशमी तिथि को रावण का दहन होता है लेकिन आज नौमी तिथि शाम को दो बजे तक है। उसके बाद दशमी की तिथि शुरू हो गई।
टोडरपुर के ज्योतिषाचार्य पं. विजयशंकर चर्तुवेदी ने बताया कि रावण एक प्रतापी राजा के साथ-साथ प्रकांड विद्वान था। साथ ही वह बहुत बड़ा ज्योतिषाचार्य भी था। उसका अंत प्रभु राम के हाथों स्वर्णा नक्षत्र में हुआ था। इसीलिए इसी नक्षत्र में बाराचवर की अति प्राचीन रामलीला कमेटी ने रावण दहन का मंचन पूरा किया। अगर स्वर्णा नक्षत्र में रावण दहन नहीं होता है तो काल खण्ड में इसका बुरा प्रभाव पडता है। हनुमान जितेश्वर पांडेय तथा रावण के किरदार में संजय पांडेय और सियालाल पांडेय ने कुंभकर्ण की जीवंत भूमिका निभाई। अब कमेटी की ओर से भरत मिलाप का मंचन होगा। रावण दहन के वक्त रामलीला मैदान दर्शकों, श्रद्धालुओं से खचाखच भरा था।