गाजीपुर: दो साल से अवैध तरीके से बेच रहे थे ट्रेनों के ई-टिकट, छापेमारी में एक धऱाया
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सैदपुर औड़िहार आरपीएफ व क्रिमनल इन्वेस्टीगेशन की संयुक्त टीम ने बहरियाबाद कस्बे के चकफरीद बाजार में शुक्रवार को छापेमारी कर अवैध ई-टिकट बेचने वाले रैकेट का खुलासा किया। मौके से रैकेट का एक सदस्य विनोद गुप्त पकड़ा गया। उसके कब्जे से 79 हजार 410 रुपये के 56 ई-टिकट, लैपटॉप, ¨प्रिंटर, पीओएस मशीन, स्कैनर, बैंक पासबुक, तीन एटीएम कार्ड के अलावा दो हजार 530 रुपये नकद बरामद हुए। अब इस धंधे में लिप्त एक अन्य युवक अमित विश्वकर्मा की तलाश हो रही है। वह बहरियाबाद थाने के बेंवदा गांव का रहने वाला है।
आरपीएफ प्रभारी नरेश कुमार मीणा ने बताया कि यह लोग करीब दो साल से यह नाजायज धंधा कर रहे थे। इसके लिए आरपीएफ के अलावा क्रिमनल इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो की टीम लगी थी। इसी बीच बजरिये मुखबिर सूचना मिली कि यह सारा खेल चकफरीद बाजार स्थित एक मोबाइल सेंटर से चल रहा है। तब आरपीएफस सहित क्रिमनल इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो के निरीक्षक अनिरुद्ध राय ने दोपहर में वहां छापा मारा। मौके पर ही सेंटर का मालिक विनोद गुप्त पकड़ा गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह दोनों दो साल से इस धंधे में संलिप्त थे। अमित विश्वकर्मा अपने पर्सनल आईडी से ई-टिकट बनाकर अमित विनोद को देता था। विनोद अपने सेंटर से वह ई-टिकट बेचता था।