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गाजीपुर: मंत्रिमंडल से ओमप्रकाश राजभर की बर्खास्तगी पर भाजपाई खुश

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बाराचवर प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल से सुभासपा अध्‍यक्ष ओमप्रकाश राजभर की बर्खास्‍तगी पर भाजपा के लोग खुश हैं। खासकर जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र के भाजपाई सुकून महसूस कर रहे हैं। वह सोशल मीडिया के जरिये अपनी इस खुशी का इजहार कर रहे हैं। पार्टी के वरिष्‍ठ नेता व जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र प्रभारी जितेंद्र नाथ पांडेय से गाजीपुर न्यूज़ टीम ने इस बाबत चर्चा की। उन्‍होंने कहा कि यह काम पहले ही हो जाना चाहिए था। यह कार्रवाई बेहद जरूरी थी। सहयोगी पार्टी के नाते भाजपा के लोग श्री राजभर को जहूराबाद से विधायक बनवाए, लेकिन वह यह भूल गए कि उन्‍हें पहली बार विधानसभा में भेजने तथा प्रदेश सरकार का कैबिनेट मंत्री बनने का मौका भाजपा के लोगों ने दिया। वह जहूराबाद क्षेत्र के भाजपाजनों की पूरी तरह उपेक्षा करते रहे। 

हद तो तब हो गई जब वह गठबंधन धर्म की मर्यादा भी भूल गए और इस लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ न सिर्फ अपने उम्‍मीदवार उतार दिए, बल्कि भाजपा के बड़े नेताओं को गालियों से नवाजने भी लगे। श्री पांडेय ने कहा कि राजभर का एक ही मकसद है कि वह और उनका परिवार सत्‍ता की मलाई काटे। उनको यह भ्रम था कि उनके बूते ही भाजपा प्रदेश में सत्‍ता में आई, लेकिन अब उनका यह भ्रम टूट जाएगा। भाजपा के जिला महामंत्री श्‍यामराज तिवारी ने भी प्रदेश मंत्रिमंडल से ओमप्रकाश राजभर की बर्खास्‍तगी का स्‍वागत करते हुए कहा कि जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं  को अब पहली बार एहसास होगा कि उनका सत्‍ता–शासन है। इन्‍हीं कार्यकर्ताओं के बूते ओमप्रकाश राजभर पहली बार विधायक और मंत्री बने, लेकिन उसके बदले वह इन कार्यकर्ताओं को प्रताडि़त कराते रहे। थानों में भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ पैरवी करते रहे। श्री तिवारी का कहना था कि अब जहूराबाद में भाजपा को ठीक से मजबूती मिलेगी और ओमप्रकाश राजभर को अपनी असल हैसियत का पता चलेगा। ओमप्रकाश राजभर को भाजपा तथा मुख्‍यमंत्री काफी बर्दाश्‍त किए।

मालूम हो कि मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की सिफारिश पर सोमवार को राज्‍यपाल ने ओमप्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से बर्खास्‍त कर दिया। साथ ही मुख्‍यमंत्री ने उनके बेटे सहित सुभासपा के नेताओं को दिए गए राज्‍यमंत्री के दर्जे भी वापस ले लिया। अपनी बर्खास्‍तगी के बाद ओमप्रकाश ने ताबड़तोड़ कई ट्विट किए। उसमें उन्‍होंने खुद को अति पिछड़ों, अति दलितों के लिए शहीद होने की बात दर्शाई। ट्विट में वह कहे कि प्रदेश में शराबबंदी की उनकी बात भाजपा को नागवार लगी। कक्षा एक से स्‍नातक तक नि:शुल्‍क शिक्षा की बात कहने पर वह गुनाहगार हो गए। अति पिछड़े, अति दलित के उत्‍थान के लिए सामाजिक न्‍याय समिति की रिपोर्ट लागू करने की उनकी बात मुख्‍यमंत्री ने खारिज कर दी। उन्‍होंने अपने आखिरी ट्विट में कहा कि समाज के हर वर्ग की हित के लिए सड़क से सदन तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। इन वर्गो की आवाज वह दबने नहीं देंगे।
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