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दिल्ली से जौनपुर पहुंची तबलीदी जमात की दहशत, 40 लोगों को बस से पहुंचाया शिया कालेज

गाजीपुर न्यूज़ टीम, जौनपुर, दिल्ली में तबलीगी जमात के मरकज में शामिल लोगों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। जमात में शामिल होकर अलग अलग जिलों में पहुंचे लोगों को लेकर दहशत और डर का माहौल है। मंगलवार की सुबह 40 लोगों को मोहम्मद हसन इंटर कालेज से निकालकर शिया इंटर कालेज में क्वारंटाइन किया गया। माना जा रहा है कि यह लोग भी दिल्ली में आयोजित जमात में शामिल होकर लौटे हैं। 

देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित तबलीगी मरकज में हुए धार्मिक समारोह में सैकड़ों लोग मौजूद थे। सभी को दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में ले जाकर भर्ती कराया गया। मरकज बिल्डिंग से 860 लोगों को दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। सोमवार शाम को मामले के खुलासे के बाद से ही पूरे इलाके को सील कर दिया गया। बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिये गए। अब तक 24 लोग संक्रमित पाए गए हैं, जबकि मरकज में शामिल तेलंगाना के 6 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद जमात में शामिल होकर लौटने वालों की तलाश शुरू हुई। काफी संख्या में जमात में शामिल होकर लोग यूपी भी पहुंचे हैं।   

क्वारंटाइन सेंटर में हंगामा, भागने की आशंका में लगाया हाथों पर मुहर
जौनपुर में बने क्वारंटाइन सेंटरों में लगातार दूसरे दिन हंगामा चलता रहा। सोमवार को सल्तनत इंटर कालेज में हंगामे के बाद मोहम्मद हसन इंटर कॉलेज में बने क्वारंटाइन सेंटर में सुविधाएं न होने पर लोगों ने हंगामा किया। किसी तरह अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की। लोगों के भागने की आशंका में हाथों पर मुहर भी लगाया गया है। 
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद जैसे जिलों से पहुंचे लोगों को गांव औऱ मुहल्लों में जाने से रोकने के लिए जगह जगह क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। जौनपुर के मोहम्मद हसन इंटर कालेज में भी ऐसा ही सेंटर बना है। यहां जौनपुर के अलावा भी कई जिलों के लोगों को रखा गया है। यहां लोगों का मेडिकल परीक्षण होगा और उसके बाद लोगों को कुछ दिन रखने के बाद भेजने की प्रक्रिया शुरू होगी।

सोमवार पूरे दिन कोई चिकित्सक या सफाईकर्मी कालेज नहीं पहुंचा। शिकायत होने पर देर रात 9:30 बजे अधिकारी पहुंचे और लगभग सवा सौ लोगों को बाहर बैठाकर हाथों पर क्वारंटाइन होने की मोहर लगाना शुरू कर दिया। सबसे पहले जौनपुर और आसपास के जिलों के 45 लोगों के हाथों पर मोहर लगाया गया। उनका टेंपरेचर चेक किया गया और डिटेल नोट किया गया।

इस बीच देर रात लगभग ढाई सौ की संख्या में और लोगों को कालेज ले आया गया। इससे पहले से मौजूद लोगों को दिक्कतें शुरू हो गईं।सुबह खाने पीने की भी दिक्कत हुई तो लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोगों ने अपने घर भेजने की मांग की। हंगामा बढ़ने पर डीएम दिनेश कुमार सिंह ने क्वारंटाइन सेंटरों में खाने पीने की व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही टीवी लगवाने का निर्देश भी दिया। 

बच्चे के साथ मौजूद बिहार के डाक्टर दंपती ने लगाई गुहार
क्वारंटाइन सेंटर में बिहार के नालंदा के डॉक्टर मनीष मिश्र और उनकी नर्स पत्नी किरण कुमारी अपने बच्चे के साथ हैं। डाक्टर के अनुसार वह लोग ग्वालियर गए थे। 22 तारीख को वहीं फंस गए। किसी तरह वहां से बस से वाराणसी के लिए चले। इसी बीच एडीजी का आर्डर वायरलेस पर प्रसारित होते हैं उन्हें  जौनपुर में रोक लिया गया। डॉक्टर मनीष मिश्रा ने बताया कि मेरा बच्चा दिन भर भूखा रहा। जो भोजन बनाया गया था उसमें अदरक मिर्चा होने के कारण बच्चा खा नहीं पाया। देर शाम को दूध की व्यवस्था हो सकी। उन्होंने बताया कि 17 मार्च को सबकी जांच हुई थी, जिसमें रिपोर्ट निगेटिव पाई गई थी।
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