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गाजीपुर के भी कई शिक्षकों की होगी छुट्टी इलाहाबाद हाईकोर्ट का आदेश

गाजीपुर। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद गाजीपुर में भी बेसिक शिक्षा विभाग के कई शिक्षक बर्खास्त होंगे। यह शिक्षक डॉ.भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा से वर्ष 2004-05 सत्र से बीएड की डिग्री लिए हैं। हालांकि गाजीपुर में ऐसे शिक्षकों की संख्या कितनी है। 

फिलहाल बीएसए ऑफिस ने इसका जवाब देने में असमर्थता जताई लेकिन यह जरूर बताया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के तहत ऐसे शिक्षकों की बर्खास्तगी के लिए विभाग के सचिव संजय सिन्हा के निर्देश की प्रति शनिवार को मिली है। उस आधार पर ऐसे शिक्षकों को चिन्हित करने का काम 30 अक्टूबर से शुरू होगा। 

वैसे विभाग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि गाजीपुर में कम से कम 50 ऐसे शिक्षक हैं जो कार्रवाई के जद में आएंगे। गाजीपुर न्यूज़ ने इस कार्रवाई पर विशिष्ट बीटीसी शिक्षक एसोसिएशन के अध्यक्ष अनंत सिंह से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है। शिक्षक निर्दोष हैं। असल दोषी तो वह विश्वविद्यालय है। लिहाजा अब सरकार को चाहिए कि उतने सालों तक अपनी सेवा दे रहे उन शिक्षकों के लिए कोई वैकल्पिक रास्ता निकाले। अन्यथा उनके परिवार के सामने विकट स्थिति खड़ी होगी। 

मालूम हो कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अंबेडकर विश्वविद्यालय ने उस सत्र में कुल 12 हजार 472 छात्रों को बीएड की डिग्री दी थी। उनमें चार हजार 570 छात्रों को फर्जी अंकपत्र उपलब्ध कराए गए थे। बावजूद वह छात्र प्रदेश के विभिन्न जिलों के परिषदीय विद्यलयों में शिक्षक की नौकरी पाने में सफल हो गए थे। मामला संज्ञान में आने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इसकी जांच एसआईटी से कराई। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद खुद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन शिक्षकों को बर्खास्त करने का आदेश जारी किया। 
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