ममता नींद में थी. उस का जीवनसाथी बृज अब उस का नहीं रहा, इस का इल्म उसे नहीं था. आजाद जीवन प्यारा था उसे. अब भी पूरी आजादी चाहिए, नहीं रहना च...Read More
कहानी: ऐसा तो नहीं सोचा था
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उस समय मैं एमए फाइनल ईयर में थी. परीक्षा की तारीख नजदीक थी. तैयारी के लिए अपने कालेज की लाइब्रेरी में कुछ महत्त्वपूर्ण नोट्स तैयार करने में ...Read More
कहानी: मौन स्वीकृति
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हर रोज की तरह आज भी शाम को मर्सिडीज कार लखनऊ के सब से महंगे रैस्तरां के पास रुकी और हेमंत कार से उतर कर सीधे रैस्तरां में गया. वहां पहुंच कर...Read More
कहानी: प्रिया
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सविता ने किसी को अपना न समझा और भाईबहनों का साथ उसे कभी रास न आया लेकिन उस एक वाकए के बाद उस ने जो किया वह जिंदगीभर किए का उलटा ही था. 62 वर...Read More
कहानी: हम चार
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