गाजीपुर : नामांकन का पहला दिन, नहीं खुला किसी निकाय का खाता
गाजीपुर। नगर निकायों के चुनाव के लिए नामांकन का काम रविवार से शुरू हो गया लेकिन सभी आठ नगर निकायों में से कहीं किसी भी पद के लिए कोई नामांकन नहीं हुआ। नामांकन स्थल पर सभी आरओ, एआरओ सहयोगियों संग निर्धारित वक्त पर पहुंच गए थे और आखिर तक उम्मीदवारों का इंतजार करते रहे। पहले दिन एक भी नामांकन नहीं होने के पीछे माना यही गया कि अव्वल तो साप्ताहिक बंदी के कारण ट्रेजरी बंद थी। लिहाजा चालान का काम नहीं हुआ है।
दूसरे कुछ ने दिन का फेर देखा। उन्हें अपने मुहूर्त के हिसाब से किसी निश्चित दिन नामांकन करना है। एक कारण यह भी है कि किसी प्रमुख पार्टी ने उम्मीदवार तय नहीं किया है। अलबत्ता, यह जरूर दिखा कि नामांकन प्रक्रिया और उसमें दिए जाने वाले दस्तावजों की जानकारी लेने के लिए कई संभावित उम्मीदवार पहुंचे थे। सहायक निर्वाचन अधिकारी एसएन सिंह ने बताया कि पहले दिन चेयरमैन पदों के लिए 13 और सभासदों के कुल 75 नामांकन पत्र बिके।
इनमें अकेले बहादुरगंज चेयरमैन पद के सर्वाधिक सात नामांकन पत्र शामिल हैं जबकि दिलदारनगर में चेयरमैन पद के छह नामांकन पत्र लोगों ने खरीदे। नगर पालिका के चेयरमैन पद के सामान्य उम्मीदवार के नामांकन पत्र की कीमत 500 तथा आरक्षित जाति के उम्मीदवार के लिए 250 रुपये तय है। सभासदों में सामान्य को 200 तथा आरक्षित सीट के लिए 100 रुपये देने होंगे।
नगर पंचायत चेयरमैन पद पर सामान्य को 250 तथा आरक्षित 125, सभासदा सामान्य 100 व आरक्षित का नामांकन पत्र 50 रुपये में बिक रहा है। नगर पालिका चेयरमैन के सामान्य जाति के उम्मीदवार को आठ हजार, आरक्षित चार हजार की जमानत राशि देनी होगी। सभासद में सामान्य दो हजार व आरक्षित उम्मीदवार एक हजार की जमानत राशि देगा। इसी तरह नगर पंचायत में सामान्य पांच हजार एवं आरक्षित ढाई हजार की जमानत राशि जमा करेगा।
सभासद सामान्य दो हजार तथा आरक्षित जाति के उम्मीदवार को एक हजार की जमानत राशि देनी होगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रचार अभियान में खर्च की सीमा भी तय कर दी है। नगर पालिका चेयरमैन उम्मीदवार अधिकतम छह तथा सभासद डेढ़ लाख रुपये खर्च कर सकते हैं। इधर नगर पंचायत में चेयरमैन डेढ़ लाख व सभासद पद के उम्मीदवार 30 हजार रुपये से अधिक की राशि अपने प्रचार में खर्च नहीं करेंगे। राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम के मुताबिक नामांकन का काम छह नवंबर तक चलेगा। उसके बाद सात नामांकन पत्रों की जांच होगी। फिर नौ को नाम वापसी तथा दस को चुनाव चिन्ह आवंटित होंगे। मतदान 22 नवंबर को होगा। मतगणना तथा परिणाम की घोषणा पहली दिसंबर को तय है।