गाजीपुर - अय्याशी का विरोध करना पड़ा मंहगा, बदमाशो ने मूर्ति लूटकर पूजारी की कर दी थी हत्या
गाजीपुर। मंदिर के पूजारी की हत्या व लूट के मामले में एक अभियुक्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि 19 जुलाई को भांवरकोल थाना क्षेत्र के माढूपुर गांव स्थित रामजानकी मंदिर से अष्टधातू की मूर्ति, चांदी का सिंहासन व मोबाइल लूट की घटना का विरोध करने पर बदमाशो ने मंदिर के पूजारी विजय राघव दास उर्फ रामबाबू पांडेय 45 वर्ष के सिर पर धारधार हथियार से वार कर दिये थे।
जिससे घायल पूजारी की वाराणसी में इलाज के दौरान मौत हो गयी थी। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी सोमेन वर्मा ने प्रेसवार्ता में बताया कि मंदिर के पूजारी की हत्या बदमाशो के अय्याशी का विरोध करने पर हुई थी। कुड़ेसर गांव निवासी दो सगे भाई संदीप राय उर्फ बबुआ, दीपक राय उर्फ डब्बू, मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के बकसपुरा गांव निवासी विकास यादव यह तीनो मिलकर मंदिर में गांजा-चरस पीकर अय्याशी करना चाहते थे लेकिन मंदिर के पूजारी विजय राघव दास विरोध करते रहते थे, इसी के चलते तीनो मिलकर पूजारी को मारपीटकर अधमरा कर दिया और मूर्ति सहित अन्य सामान लूटकर बिहार, झारखण्ड, बंगाल, असाम जैसे जगहों पर फरार हो जाते थे।
पुलिस ने सर्विलांस और मुखबिर के माध्यम से घटना में शामिल संदीप राय को सलारपुर पोखरे के पास से धरदबोच लिया। पुलिस अधीक्षक ने गिरफ्तार करने वाली टीम को पांच हजार रूपये देने के घोषणा की। टीम में भांवरकोल एसओं बालमुकुंद मिश्रा, उपनिरीक्षक संजय कुमार यादव आदि लोग उपस्थित रहें ।