गाजीपुर: मायावती को प्रधानमंत्री बनाने का बसपा कार्यकर्ताओं ने लिया संकल्प
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जमानियां बसपा कार्यकर्ता अपनी पार्टी प्रमुख मायावती को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। इनका यह संकल्प 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर है। मंगलवार को रामलीला मैदान में हुए कॉडर कैंप में कार्यकर्ताओं ने अपना यह संकल्प दोहराया। कैंप के मुख्य अतिथि थे जोनल इंचार्ज पूर्व सांसद घनश्यामचंद्र खरवार। उन्होंने कहा कि पार्टीजनों को अपनी पार्टी मुखिया मायावती को प्रधानमंत्री बनाने के लक्ष्य के साथ काम करना है। बूथ स्तर पर सारे कार्यकर्ता जिम्मेदारी का निर्वहन ईमानदारी के साथ और अपनी पूरी ऊर्जा के साथ करें। मायावती के प्रधानमंत्री बनने के बाद ही सर्वसमाज का उत्थान और कल्याण होगा। पूर्व सांसद अफजाल अंसारी ने भी कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है कि फिरकापरस्तों को उखाड़ फेंका जाए। इसके लिए कार्यकर्ताओं को मेहनत करनी होगी। निर्भिक होकर काम करना होगा। पार्टी का लक्ष्य तय हो चुका है। इसको हासिल करने के लिए हर कुर्बानी देनी होगी। उनका कहना था कि भाजपा सरकार नौजवानों, किसानों, व्यापारियों सहित हर वर्ग को छल रही है। हर कोई गुस्से में है। बस मौके का इंतजार है। पार्टी मुखिया मायावती एक मात्र विकल्प हैं जिनकी अगुवाई में मुल्क में अमन-चैन, बराबरी और तरक्की, खुशहाली संभव होगी।
भाजपा सरकार को अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर वरिष्ठ नेता अतुल राय ने आंकड़ों के साथ घेरा। कहे-रुपये की कीमत गिरकर अब तक के अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंची तो डीजल का दाम अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। पिछले लोकसभा चुनाव से पहले मौजूदा केंद्रीय मंत्री रविशंकर ने ट्विट कर कहा था कि विरोधी पार्टी सत्ता में आई तो एक डॉलर की कीमत 40 रुपये हो जाएगी लेकिन आज दुर्भाग्य से रविशंकर की पार्टी भाजपा की सरकार है और एक डॉलर की कीमत 71 रुपये को भी पार कर गई है। भारत के इतिहास में रुपया इतना कभी कमज़ोर नहीं हुआ था। इसी तरह भाजपा समर्थक योग गुरु रामदेव बाबा ने भी एक खबरिया चैनल से बातचीत में कहा था कि भाजपा के राज में पेट्रोल 35 रुपये प्रति लीटर मिलेगा लेकिन आज पेट्रोल कई शहरों में 86 और 87 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। श्री राय ने भारतीय रिज़र्व बैंक की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद 99.3 प्रतिशत 500 और 1000 के नोट वापस आ गए हैं। नोटबंदी के वक्त 15.41 लाख करोड़ सर्कुलेशन में था। 15.31 लाख करोड़ वापस आ गया है। रिज़र्व बैंक ने कहा है कि वापस आए नोटों की सत्यता की जांच का काम समाप्त हो चुका है। तो फिर ये सवाल लाज़मी है कि उस वक़्त जो प्रचार प्रसार किया गया था कि 1000 नोट पाकिस्तान से आए हैं और बहुत सारा काला धन देश में है। वह सब कहां गया। जीएसटी के कारण पैदा हुई दिक्कतें दूर होने का नाम नहीं ले रही हैं। आखिर क्यों। क्या सरकार अर्थव्यवस्था को संभालने में नाकाम साबित हो रही है। हालात को संभालने के लिए उसने अब तक कोई प्रभावी कदम क्यों नहीं उठाया है।
कैंप को ज़ोनल कोऑर्डिनेटर विनोद बांगड़ी भी संबोधित किया। संचालन जिलाध्यक्ष कमलेश गौतम ने की। कैंप में जमानियां नगरपालिका चेयरमैन एहसान जफर सहित जिला पंचायत सदस्य धनंजय मौर्य, समीम अहमद, हेमंत राजभर, वीरेंद्र यादव, कोमल कुशवाहा, दिलीप रावत आदि प्रमुख लोग उपस्थित थे। इस मौके पर बूथों के लगभग ९९ फीसद से ज्यादा कार्यकर्ता उपस्थित थे। इससे जोनल चीफ का कार्यभार संभालने के बाद पहली बार गाजीपुर के दौरे पर आए घनश्यामचंद्र खरवार ने आयोजक पदाधिकारियों को सराहा। यहां तक कहे कि वह अपने दूसरे मंडलों में ऐसी भीड़ अभी नहीं देखे थे।