अब 28 साल तक ही दे सकेंगे IAS की परीक्षा, पैटर्न में भी बदलाव, सरकार का बड़ा फैसला
IAS परीक्षा को लेकर सरकार का बड़ा कदम, बड़ा बदलाव..."
लखनऊ. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा संचालित सिविल सेवा परीक्षा में बड़ा बदलाव होने वाला है। सिविल सेवा परीक्षा में आयु सीमा और परीक्षा के प्रारूप में बदलाव को लेकर सुझाव देने के लिए बनी बासवन कमेटी की रिपोर्ट पर केंद्र सरकार विचार कर रही है। बासवन कमेटी ने यह रिपोर्ट करीब आठ महीने पहले 9 अगस्त, 2016 को यूपीएससी को सौंपी थी।
जानकारी के मुताबिक कमेटी ने अधिकतम उम्र सीमा को 32 साल से कम करके 28 साल करने और मौजूदा पैटर्न में भी बदलाव करने की सिफारिश की है। 28 साल तक ही दे सकेंगे IAS की परीक्षा एक आरटीआई अर्जी के जवाब में यह जानकारी सामने आई है। RTI के जवाब में कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने कहा कि बासवन समिति की रिपोर्ट और उस पर यूपीएससी की सिफारिशें हमें 20 मार्च 2017 को मिलीं और उन पर विचार किया जा रहा है। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो समिति ने इस परीक्षा में बैठने के लिए 32 वर्ष की अधिकतम सीमा को घटाकर 28 साल करने की सिफारिश की है।
बासवान की अध्यक्षता में बनी थी कमेटी सिविल सेवा परीक्षा को लेकर विवाद होने और व्यापक पैमाने पर छात्रों के विरोध के बाद यूपीएससी ने मानव संसाधन मंत्रालय के पूर्व सचिव और आईएएस अधिकारी बीएस बासवान की अध्यक्षता में अगस्त 2015 में कमेटी का गठन किया था। साथ ही कमेटी को अगस्त 2015 में आयोजित हुई सिविल सेवा परीक्षा के प्रारूप के निरीक्षण की जिम्मेदारी सौंपी थी। आपको बता दें कि यूपीएससी की ओर से हर साल कराई जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा में हजारों अभ्यर्थी शामिल होते हैं। इस परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को उनकी रैंक के आधार पर भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा, भारतीय विदेश सेवा सहित अन्य केंद्रीय सेवाएं आवंटित की जाती हैं।