बहादुरगंजः वक्त पर नहीं पहुंचा भाजपा का सिंबल
बाराचवर। बहादुरगंज नगर पंचायत के चेयरमैन पद के लिए भाजपा की उम्मीदवार सोनी पत्नी अरविंद प्रजापति चुनाव निशान कमल से वंचित हो जाएंगी। अगर पार्टी उन्हें लड़ने का मौका देगी तो वह निर्दल की हैसियत से लड़ेंगी। दरअसल पार्टी उनके नाम पर फैसला आखिर में ली। लिहाजा सिंबल नामांकन के अंतिम दिन सोमवार की शाम करीब चार बजे उन तक पहुंच पाया।
तब तक नामांकन की अवधि खत्म हो चुकी थी। एसडीएम कासिमाबाद विजय शंकर तिवारी ने कहा कि तय सीमा के बाद सिंबल लेना संबव नहीं था। हालांकि भाजपा बहादुरगंज नगर पंचायत अपनी सहयोगी पार्टी भासपा के हवाले करने के मूड़ में थी लेकिन उसे बगैर विश्वास में लिए भासपा सादात नगर पंचायत तथा गाजीपुर नगर पालिका परिषद के चेयरमैन पद पर भाजपा के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतार दी।
उसके जवाब में भाजपा भी आनन-फानन में बहादुरगंज में अपना उम्मीदवार देने का फैसला की। बहादुरगंज नगर पंचायत में चेयरमैन ही नहीं बल्कि वार्ड दस(पठान टोली) में भी दोनों पार्टी आमने-सामने होंगी। जहां भासपा अब्दुल कलाम को अपना उम्मीदवार घोषित की है वहीं भाजपा मुस्तफा पर दांव लगाई है। वैसे वार्ड चार(भूमिहार टोली) में भाजपा के शफीरुल्ला तथा वार्ड छह(दर्जी टोला) में बसपा की रजिया पत्नी शमशाद के निर्विरोध चुने जाने की पूरी गुंजाइश बन गई है। उनके खिलाफ कोई दूसरा उम्मीदवार नहीं है।