गाजीपुर: नगरपालिका ठेकेदार के चलते पावर हाऊस में भरा पानी, शहर में बिजली आपूर्ति ठप, वृद्धा की गई जान
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर मूशलधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। गुरुवार की भोर में करीब साढ़े तीन बजे मूसलधार शुरू हुई और यह क्रम साढ़े छह बजे तक बना रहा। नगर सहित ग्रामीण इलाकों के नीचले हिस्सों में जलजमाव हो गया। शहर के प्रकाशनगर बिजली सब स्टेशन बारिश के पानी में डूब गया। इसके चलते शहर के आधा से ज्यादा हिस्से में आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। उधर करंडा के बकसा गांव में छोपड़ी गिरने से वृद्ध महिला की मौत हो गई। साथ ही कई गांवों में कच्चे मकान गिरने और टीन शेड वगैरह उजड़ने की खबर है। इसी तरह जमानियां के नरियांव उमरगंज में एक कच्चा मकान ध्वस्त हो गया। पीजी कॉलेज की वेधशाला के प्रेक्षक मदन गोपाल दत्त ने बताया कि तीन घंटे में करीब 114.6 मिलीमीटर पानी गिरा। इस हिसाब से देखा जाए तो इस मानसून सत्र का यह सर्वाधिक बारिश है।
उधर बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता आरआर प्रसाद ने बताया कि प्रकाशनगर सब स्टेशन में बारिश का पानी जमा होने से शहर के चार फीडर पुलिस लाइन नंबर एक व दो सहित बड़ीबाग और लालदरवाजा फीडर से आपूर्ति ठप हो गई है। फिलहाल पंपों के जरिये प्रकाश नगर सब स्टेशन में जमा पानी निकाला जा रहा है। उसके बाद मशीनों को सूखाया जाएगा। तब आपूर्ति शुरू हो सकती है। इस पूरी प्रक्रिया में देर शाम तक का वक्त लग सकता है। विभागीय एक्सईएन एसके सिंह ने इस हालत के लिए नगर पालिका को कसूरवार ठहराया। बताए कि सड़क खोद कर पालिका ने प्रकाश नगर की ओर नाला निकाल दिया है। नतीजा बारिश का पानी सब स्टेशन में जमा हो गया। उनका कहना था कि बारिश से पीरनगर सब स्टेशन में भी गड़बड़ी आई है लेकिन कुछ ही घंटे में उसे दुरुस्त कर आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।
बिजली विभाग के इस आरोप पर नगर पालिका चेयरमैन प्रतिनिधि विनोद अग्रवाल ने कहा कि अव्वल तो वह क्षेत्र पालिका की जद में नहीं है। संभव हो कि किसी और विभाग ने वह खुदाई कराई हो। बावजूद उन्होंने शहर के लोगों की परेशानी को देखते हुए नगर पालिका के दो पंप प्रकाश नगर सब स्टेशन पर भेज कर बारिश का पानी निकलवाना शुरू कर दिया है। इसी बीच प्रदेश के मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्त ने बताया है कि इस सप्ताह के अंत तक अभी मौसम का इसी रूख की संभावना हैं। पूर्वांचल व मध्य उप्र के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है।