गाजीपुर: गाजीपुर में फर्जी डिग्री में 4 शिक्षक बर्खास्त, 50 पर जांच
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर भ्रष्टाचार की खान बन गए बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी पाने वालों के चार चेहरे मंगलवार को फिर उजागर हुए। बीएसए ने जांच के बाद इन चार शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया। वहीं दस्तावेजी साक्ष्य के आधार पर 50 से अधिक शिक्षक जांच के दायरे में हैं। पिछले कई सालों से दर्जनों फर्जी शिक्षक बर्खास्त किए जा चुके हैं। गाजीपुर के शिक्षक जिले और गैरजनपदों में फर्जी दस्तावेज के साथ नौकरी कर रहे हैं। जांच में दोषी मिलने वालों के विरुद्ध बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है। यानी चार शिक्षकों की तरह अभी कई की नौकरी जाना लगभग तय हैं।
शासन की ओर से 2016 में प्राथमिक विद्यालय में 16 हजार 448 अध्यापकों की नियुक्ति हुई थी, जिनके कागजातों की जांच विभाग की ओर से कराई जा रही थी। बीएसए श्रवण कुमार गुप्ता पिछले कुछ दिनों से शिकायतों के आधार पर शिक्षकों की जांच करवा रहे हैं। इसमें टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) पास की फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी कर रहे चार शिक्षक जांच के बाद दोषी पाए गए। इसमें प्राथमिक विद्यालय ओड़राई जखनियां के सहायक अध्यापक अनिता यादव, प्राइमरी जलालाबाद की किरन यादव, प्राइमरी नसीरपुर ढ़ाडी में सहायक अध्यापक रीना यादव, प्राथमिक विद्यालय अडिला मनिहारी के रिंकू सिंह शामिल हैं।
जांच में दोषी मिलने पर बीएसए ने इन लोंगो को कार्यमुक्त कर दिया है। इसमें सहायक अध्यापक सुषमा देवी भवरुपुर सादात पर भी फर्जी टेट की डिग्री होने का आरोप है, लेकिन इनका मामला न्यायालय में विचाराधीन है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विभाग की ओर से प्राथमिक विद्यालय में नियुक्त किये गये सहायक अध्यापकों के कागजातो की जांच कमेटी बनाकर कराई जा रही थी। इनमें चार सहायक अध्यापकों की टीईटी की डिग्री फर्जी पाई गई, जिन्हें विभाग से कार्यमुक्त कर दिया गया है। विभाग को अभी भी पचास से अधिक अध्यापकों के कागजातों पर संदेह है, जिसकी जांच विभाग की ओर से कराई जा रहीं है।