Today Breaking News

गाजीपुर: लकड़ी के पोल के सहारे हाईटेंशन तार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर केंद्र व प्रदेश सरकार बिजली पर करोड़ों खर्च कर रही है, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और है। सेवराई तहसील देवल गांव में करीब 40 वर्षों से लकड़ी के पोल के सहारे हाईटेंशन तार से गांव में बिजली सप्लाई की जाती है। इससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।

सौभाग्य योजना के तहत हर गांव में विद्युतीकरण हो रहा है। देवल गांव में भी विद्युतीकरण कुछ जगहों पर हुआ है, लेकिन गांव के बीचो-बीच लगा लकड़ी का पोल नहीं बदला गया। वहीं पुराने लकड़ी के पोल के सहारे गांव की सप्लाई की जाती है। इससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। मजे की बात तो यह है कि इस देवल गांव में ऊर्जा मंत्री देवल पावर हाउस का उद्घाटन करने के लिए आ चुके हैं, लेकिन उनकी हनक नहीं दिखाई दी। लकड़ी का पोल नहीं बदला गया। गांव के उत्तर दिशा में मस्जिद के बीचो-बीच लकड़ी का पोल गाड़ा गया है और हाईटेंशन तार इसी पोल के सहारे गांव में सप्लाई की जाती है। 

इससे मुस्लिम वर्ग के लोगों को नमाज व मस्जिद में जाने में डर लगता है, क्योंकि लकड़ी के पुल के नीचे का हिस्सा सड़ जाने की वजह से पोल झुका हुआ है। इस देवल गांव की आबादी करीब दस हजार है और यह देवल गांव बाबा कीनाराम का ननिहाल है। जहां पर करीब 10 से 20 लकड़ी के पोल के सहारे पूरे गांव में बिजली सप्लाई की जाती है। इस पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि हमने लिखित एवं मौखिक शिकायत उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया है। जेई को लाकर गांव का सर्वे भी कराया है, लेकिन अभी तक इस लकड़ी के पोल को नहीं बदला गया। यह लकड़ी का पोल 40 वर्ष पुराना होने की वजह से इसका नीचे का हिस्सा सड़ गया है, जो कभी भी दुर्घटना हो सकता है।
 
 '