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गाजीपुर: हाजिरी लगाकर मास्टर साहब गायब, धमके बीएसए

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार ने सोमवार को बिरनो एवं मनिहारी ब्लाक स्थित परिषदीय विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान दर्जन भर शिक्षक अनुपस्थित मिले। कई तो हाजिरी लगाकर गायब थे। जो उपस्थित थे वह भी बच्चों को पढ़ाने की जगह आराम फरमाते मिले। नामांकन के सापेक्ष बच्चों की संख्या काफी कम मिली। नाराजगी जाहिर करते हुए बीएसए ने अनपुस्थित व लापरवाह शिक्षकों का वेतन रोक दिया। नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण भी मांगा।

प्राथमिक विद्यालय माधोपुर मिश्रौली बिरनो के निरीक्षण के समय प्रधानाध्यापक अनुज कुमार सिन्हा हस्ताक्षर बनाकर विद्यालय से गायब थे। विद्यालय के सभी बच्चे प्रांगण में इधर-उधर घूम रहे थे। किसी भी कक्ष में शिक्षण कार्य नहीं हो रहा था। सहायक अध्यापक ममता कुमारी बैठी हुई थीं। 67 नामांकन के सापेक्ष मात्र 20 बच्चे ही उपस्थित थे। पाया गया कि इनके द्वारा नामांकन एवं छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने हेतु कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। उक्त अध्यापकों का वेतन अग्रिम आदेश तक बाधित कर दिया गया है। इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय सरदरपुर बिरनो में बीएसए 11.55 बजे पहुंचे। विद्यालय में शिक्षण कार्य नहीं हो रहा था। 

सभी बच्चे घूम रहे थे। 170 नामांकन के सापेक्ष 56 बच्चे उपस्थित मिले। कम्पोजिट ग्रांट की धनराशि से स्मार्ट क्लास स्थापित नहीं किया गया था। छात्र उपस्थिति के संबंध में प्रधानाध्यापक गुलाब सिंह चौहान कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। उनको नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया। उच्च प्राथमिक विद्यालय सरदरपुर में 80 नामांकन के सापेक्ष मात्र 21 बच्चे उपस्थित थे। प्रभारी प्रधानाध्यापक वर्मा राम को छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने एवं अभिभावकों से सम्पर्क करने हेतु निर्देशित किया गया। विकास खंड मनिहारी के प्राथमिक विद्यालय तिलेसड़ा में 72 नामांकन के सापेक्ष 11 बच्चे ही उपस्थित थे। 

यहां बच्चों को जूता-मोजा एवं पाठ्य पुस्तक का वितरण नहीं किया गया है। शिक्षण कार्य नहीं हो रहा था। पता चला कि नामांकन वृद्धि हेतु कोई प्रयास नहीं किया गया है एवं अभिभावकों से भी संपर्क नहीं किया जा रहा है। प्रधानाध्यापक रामनवल सिंह यादव एवं सभी सहायक अध्यापकों का वेतन अग्रिम आदेश तक बाधित करते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया। इसी प्रकार उच्च प्राथमिक विद्यालय तिलेसड़ा में भी 32 नामांकन के सापेक्ष मात्र 07 बच्चे उपस्थित थे। यहां भी बच्चों को जूता-मोजा वितरित नहीं किया गया है। 

प्रधानाध्यापक सुभाष चंद्र एवं सहायक अध्यापकों द्वारा नामांकन वृद्धि के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया है एवं अभिभावकों से भी संपर्क नहीं किया जा रहा है। सभी अध्यापकों का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। बीएसए ने बताया कि स्कूलों में लगातार चेकिग अभियान चलाया जाएगा।
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