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गाजीपुर: पूर्व मंत्री के भाई की बनवाई सड़क पर जान आफत में

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर कासिमाबाद भले ही खुद सड़कें चीख-चीख कर अपनी बदहाली को बयां कर रहीं हों, यह एक तरफ से बन तो दूसरी तरफ से उखड़ रही हो लेकिन जिम्मेदार आंख मूंदे पड़े हैं। खुद से देखना दूर शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है तो इसके निहितार्थ को समझा जा सकता है। पूर्व मंत्री शादाब फातिमा के भाई सकेब हैदर द्वारा बनवाई जा रही यह सड़क पीडब्ल्यूडी और ठेकेदारों की मिलीभगत कर लूट का नायाब नमूना है जिस पर चलना मतलब जान सांसत में डालने जैसा है।

गंगौली से बाराचवर तक एक परत पिच चढ़ाकर सड़क बना दी गई, लेकिन बाराचवर से गांधीनगर मार्ग अभी तक नहीं बना है, जबकि सितंबर 2016 में 31 करोड़ 62 लाख 80 की लागत बनने वाली लगभग 22 किमी लंबी इस सड़क का निर्माण शुरू हो गया था। सितंबर 2017 में ही इसे पूरा करना था। गंगौली से बाराचवर तक जैसे-तैसे 2019 तक कार्य पूर्ण तो कर लिया गया, लेकिन बाराचवर से गांधीनगर लगभग आठ किलोमीटर सड़क पर अभी काम नहीं हुआ। इसके लिए करीब चार करोड़ 74 लाख रुपये पहले ही अवमुक्त हो चुके हैं। 

इसे विडंबना नहीं तो और क्या कहा जाए कि यह मार्ग अभी पूरा भी नहीं हुआ कि जगह-जगह उखड़ गई। कई जगहों पर तो सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि चूंकि पूर्व मंत्री सैयदा शादाब फातिमा के भाई इसका निर्माण करा रहे हैं। ऐसे में ऊंची पहुंच के कारण शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जो सड़क बनी है घटिया सामग्री प्रयोग के चलते उखड़ने लगी है। ठेकेदार सकेब का कहना है कि इस संबंध में मुझसे बेहतर विभाग जानता है। देरी जरूर हुई है लेकिन उसके तमाम कारण हैं। बहरहाल, इसे जल्द बनवाने की कोशिश चल रही है।

यह सड़क अभी कुछ माह पहले ही बनी थी, लेकिन अभी से उखड़नी शुरू हो गई। कई स्थानों पर बढ़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। हम प्रतिदिन वाहन लेकर आते हैं अगर सावधानी पूर्वक नहीं चलाए तो वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है।- अजीत सिंह, नसीरूद्दीनपुर।

सड़क बनाते समय मानक की अनदेखी की गई और घटिया सामग्री प्रयोग के चलते करोड़ों की लागत से बनने वाली सड़क बनने के साथ ही उखड़ने लगी। हालत से बद से बदतर होती जा रही है।- चंद्र प्रकाश, शक्करपुर कला।

इस सड़क पर चलना दुर्घटना को आमंत्रण देने जैसा है। वर्षों बाद करोड़ की लागत से इस सड़क का निर्माण हुआ, लेकिन घटिया निर्माण व ओवरलोडेड वाहनों ने इस सड़क को जगह-जगह ध्वस्त कर दिया है।- जयप्रकाश कुशवाहा, जहूराबाद

सड़क पर कई जगह गढ्ढे इतने बड़े हो गए हैं कि भारी वाहन उसमें फंस जाते हैं। बरसात के मौसम में तो पैदल भी नहीं चल सकते। ओवर लोड वाहन जिस सड़क से गुजरते हैं सड़क धंस जाती है।- जवाहिर यादव, खजुहां।

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