Today Breaking News

UPTET 2019: स्थगित हुई यूपी टीईटी परीक्षा, नई डेट का ऐलान जल्द

गाजीपुर न्यूज़ टीम,  UPTET 2019 postponed : उत्तर प्रदेश में 22 दिसंबर रविवार को होने वाली अध्यापक पात्रता परीक्षा ( यूपीटीईटी ) को स्थगित कर दिया गया है। राजस्व एवं बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि अपरिहार्य कारणों से उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी ) स्थगित की जाती है। परीक्षा की नई तिथि की सचूना जल्द से जल्द दी जाएगी। इस परीक्षा में 16 लाख 58 हजार परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। परीक्षा संपन्न कराने के लिए 1986 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।

22 दिसंबर को प्रस्तावित उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) 2019 को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। इस संबंधन में उत्तर प्रदेश के राजस्व एवं बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि अपरिहार्य कारणोंवश उक्त परीक्षा अग्रिम आदेशों तक स्थगित की जाती है। परीक्षा की अगली तिथि की सूचना यथा शीघ्र दी जाएगी।
यूपीटेट के इंतजार में हैं 16 लाख उम्मीदवार
आपको बता दें कि यूपीटेट परीक्षा 2019 के लिए पूरे प्रदेश में 1986 केंद्र बनाए गए थे जिसमें करीब 16 लाख उम्मीदवारों को भाग लेना था। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने पूर्व में 2076 केंद्र निर्धारित किए थे लेकिन जिलों में छोटे केंद्र के अभ्यर्थियों को दूसरे केंद्रों में समायोजित करने के बाद केंद्रों की संख्या में कमी हुई। सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया था कि प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 1986 और उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 1063 सेंट बनाए गए।

परीक्षा नियामक सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने पीटीआई भाषा को बताया कि इस परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र 12 दिसंबर से ही डाउनलोड किए जा रहे थे लेकिन प्रदेश में कानून व्यवस्था को देखते हुए कई जगहों पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं जिससे प्रवेश पत्र डाउनलोड करने में समस्या आ रही है। उन्होंने कहा कि परीक्षा की अगली तिथि की जानकारी जल्दी ही दी जाएगी।

CAA Protest : यूपी के कई जिलों में फैली हिंसा
उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शुक्रवार को हिंसा और जिलों में फैल गयी। जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शनकारियों ने हिंसा शुरू कर दी हालांकि राजधानी लखनऊ और अलीगढ़ में कुल मिलाकर शांति रही। जिन जिलों से हिंसा की खबरें आ रही हैं, उनमें फिरोजाबाद, गोरखपुर, भदोही, बहराइच तथा संभल शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों को जब निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर जुलूस निकालने से रोका गया तो उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया। कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले दागे। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलने से रोकने के लिए कई जिलों में इंटरनेट सेवाएं आज भी बंद रहीं।


उत्तर प्रदेश के कई बड़े शहरों में 45 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा ठप,
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसा फैलने से रोकने के प्रयास में उत्तर प्रदेश के कई बड़े शहरों में अभूतपूर्व कार्रवाई करते हुए इंटरनेट सेवा अस्थाई तौर पर बंद कर दी गयी है, वहीं पश्चिम बंगाल तथा कर्नाटक के कुछ संवेदनशील शहरों में भी इस तरह की कार्रवाई की गयी है। दूरसंचार कंपनियों के अधिकारियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार के आदेश के बाद लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, आगरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, वाराणसी, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, बरेली, फिरोजाबाद, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, शामली, संभल, अमरोहा, मऊ, आजमगढ़ और सुल्तानपुर समेत कई बड़े शहरों में मोबाइट इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गयी है। लखनऊ तथा गाजियाबाद समेत कुछ शहरों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गयी है। उत्तर प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने 19 दिसंबर को जारी आदेश में कहा कि एसएमएस और व्हाट्सऐप जैसी संदेश प्रणालियों तथा फेसबुक एवं यूट्यूब जैसी सोशल मीडिया प्रणालियों का इस्तेमाल भावना भड़काने वाली तस्वीरें, वीडियो और संदेश भेजने के लिए व्यापक तौर पर होने की आशंका है।

'