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समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे हिंदू युवा वाहिनी के बागी सुनील सिंह, बोले- 2022 में बनाएंगे अखिलेश सरकार

हिंदू युवा वाहिनी से निकाले गए सुनील सिंह ने बताया कि धोखेबाजों और फिरकापरस्त ताकतों से लड़ने के लिए समाजवादी पार्टी में शामिल होने के लिए लखनऊ रवाना हो रहा हूं
हिंदू युवा वाहिनी (Hindu Yuva Vahini) के पूर्व अध्यक्ष सुनील सिंह (Sunil Singh) अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के साथ होंगे. शनिवार को वो लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की मौजूदगी में पार्टी में शामिल होंगे. न्यूज़ 18 से बातचीत में सुनील सिंह ने एसपी में शामिल होने की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के युवाओं, बेरोजगारों, गरीबों और मजदूरों के उम्मीद की किरण अखिलेश यादव की सरकार बनाने के लिए समाजवादी पार्टी में शामिल हो जा रहा हूं. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव की सरकार बने यही हमारा पहला संकल्प है.

SP में विलय होगी हिंदू यूवा वाहिनी
सुनील सिंह ने बताया कि धोखेबाजों और फिरकापरस्त ताकतों से लड़ने के लिए समाजवादी पार्टी में शामिल होने के लिए लखनऊ रवाना हो रहा हूं. सुनील सिंह ने बताया कि पिछले हफ्ते उनकी अखिलेश यादव से लखनऊ में मुलाकात हुई थी. उन्होंने बताया कि हमारे साथ हिंदू यूवा वाहिनी (भारत) के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता शनिवार को एसपी में विलय कर जाएंगे.


बता दें कि गोरखपुर (Gorakhpur) की खजनी तहसील में आने वाले अहमदपुर गांव निवासी सुनील किसी समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के खास माने जाते थे. लेकिन योगी सरकार (Yogi Government) ने जुलाई 2018 में रासुका (NSA) के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की थी.


लोकसभा में खारिज हो गया था पर्चा
बीजेपी के खिलाफ बगावत का ऐलान करते हुए सुनील ने गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. लेकिन पर्चा खारिज होने की वजह से वो चुनाव नहीं लड़ पाए थे. वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ आवाज बुलंद करने के कारण सीएम योगी आदित्यनाथ ने उन्हें किनारे कर दिया था. तभी से सुनील सिंह ने उनसे और बीजेपी के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया था.

सुनील सिंह के खिलाफ 70 से अधिक केस दर्जहिंदू युवा वाहिनी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह पर 70 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. पंचरूखिया कांड, मोहन मुंडेरा कांड, मऊ दंगा सहित कई घटनाओं के बाद संघटन का कद बढ़ता गया. बाद में बगावत कर के सुनील सिंह ने हिंदू युवा वाहिनी (भारत) का गठन कर लिया.


सीएम योगी ने 2002 में किया था हिंदू युवा वाहिनी का गठन
बता दें, कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अप्रैल 2002 में रामनवमी के दिन हिंदू युवा वाहिनी सेना का गठन किया था. गठन के वक्त सीएम योगी ने इसे एक विशुद्ध रूप से सांस्कृतिक संगठन बताया था जिसका मकसद हिंदू विरोधी, राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को रोकना था. योगी ने हिंदू युवा वाहिनी को गोरखपुर के दायरे से बाहर निकालकर पूरे पूर्वांचल में इसकी मजबूत नेटवर्किंग की है.
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