गाजीपुर: बार काउंसिल के आह्वान पर अधिवक्ताओं ने किया विरोध-प्रदर्शन
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर सोमवार को सिविल बार संघ गाजीपुर के अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से विरत रहते हुए हाथ में लाल पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन तथा जुलूस निकालकर पुलिस आफिस के सामने प्रदर्शन किया। बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश द्वारा जारी अधिकवक्ता परिचय पत्र तथा सीओपी कार्ड ही पूरे प्रदेश में मान्य होगी। अगर इसको अमान्य किया जाता है तो बाध्य होकर बार काउंसिल कार्रवाई करने के लिए निर्णय लेगी। अधिवक्ताओं के हित के लिए सरकार द्वारा धन उपलब्ध नही कराया जा रहा है तथा लगभग 500 मृतक अधिवक्ताओं का भुगतान होना शेष है।
पूर्व सरकार द्वारा 40 करोड़ न्यायिक समिति को दावों के भुगतान हेतु दिये जाने का प्राविधान किया गया था लेकिन वर्तमान सरकार द्वारा उसको नही दिया जा रहा है तथा वर्तमान सरकार द्वारा मृतक की आयु 60 से बढ़ाकर 70 वर्ष कर दी है जिससे योजनाओं को चलाये जाने के लिए प्रतिवर्ष कम से कम 80 करोड़ दिया जाना आवश्यक है। उपरोक्त भुगतान न होने से अधिवक्ताओं में रोष व्यक्त है तथा विधवाओं और युवा अधिवक्ताओं को पैसा न मिलने के कारण बार काउंसिल द्वारा संचालित योजना फेल होने की कगार पर है।
बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश यह मांग करती है कि समस्याओं का समाधान सरकार द्वारा नही किया गया तो बार काउंसिल द्वारा सीधा कार्रवाई करने को बाध्य होगी। 23 मार्च को अधिवक्ता तहसील जिला मुख्यालय पर सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करेगी। 30 मार्च को प्रदेश के सभी मुख्यालयों पर तहसील मुख्यालय सरकार का पुतला फूंका जायेगा। अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। 15 अप्रैल को अधिवक्ता विधानसभा का घेराव पूर्ण ड्रेस में करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामप्रताप सिंह यादव व संचालन महासिचव मुहम्मद तारिक सिद्दीकी ने किया। इस मौके पर लियाकत अली, बालमित्त केशरी, राकेश कुमार, बृजेश यादव, शशिकांत, कृपाशंकर सिंह, सुरेश चंद्र श्रीवास्तव, अब्दुल मलिक खां, सुनील दत्त तिवारी, सुमित श्रीवास्तव, अनिल कुमार, विरेंद्र कुमार, आनंद, कमलेश सिंह कुशवाहा, शशिज्योति पांडेय, रीना त्रिपाठी, चंदमोहन सिंह, अखिलेश कुमार यादव, राधेश्याम राम, विनोद कुमार पांडेय, संतोष कुमार आदि लोग उपस्थित थे।
