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लॉकडाउन: सैकड़ों किलोमीटर दूर पूर्वांचल के जिलों के लिए पैदल ही चल पड़े हैं युवा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, अचानक हुए लॉकडाउन ने उन लोगों के लिए समस्या खड़ी कर दी है जो अपने घर से दूर दूसरे शहरों में रहते हैं। कोई पढ़ाई कर रहा था तो कोई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगा था। काफी लोग नौकरी के लिए भी दूसरे शहरों में हैं। लॉकडाउन होने से स्कूल कालेज बंद हो गए। काफी लोगों की कंपनियां और फैक्ट्रियां भी बंद हो गईं। ऐसे में घर लौटने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। इससे पहले कि लौटने की तैयारी करते रेल और बस भी बंद कर दी गई। इससे लोग जहां थे वहीं पर फंस गए हैं। होटल ढाबे तक बंद होने से दोनों टाइम पेट भरने की भी बड़ी समस्या सामने आ गई है। 

पूर्वांचल के जिलों वाराणसी, सोनभद्र, बलिया, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, मिर्जापुर, जौनपुर, भदोही चंदौली से भी हजारों लोग प्रयागराज और प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नौकरी करने या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने गए थे। अब जेब से पैसे भी खत्म होने लगे तो पैदल ही लौटना शुरू कर दिया है। प्रयागराज से बलिया की दूरी करीब तीन सौ किलोमीटर है। लखनऊ से वाराणसी और सोनभद्र की दूरी भी तीन से चार सौ किलोमीटर है। इसके बाद भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र और नौकरियां करने वाले कर्मचारी पैदल ही निकल गए हैं। कई लोगों के साथ उनका परिवार भी है। पत्नी और बच्चों को लेकर कई कई किलोमीटर चलते हैं फिर कुछ देर आराम करते हैं और फिर चल देते हैं। गुरुवार को हाइवे से गुजर रहे ऐसी काफी लोग दिखे। रोककर पूछा तो जवाब था.. साहब, हम लोगन मजदूरा ठहरे..अब कउनो साधन त हौ नाही कि पकड़ के गांवे चल जाई.. अब पेट के आगे दूरी नाहीं दिखात हव.. घरे पहुंच जाई बस.. ..।

रोहनियां संवाददाता के मुताबिक अमरा-अखरी के पास पैदल जा रहे युवाओं को रोककर बात की। बलिया-मऊ के रहने वाले रमेश कुमार व अनंत पांडेय कानपुर में निजी कंपनी में काम करते हैं। पिछले कई दिनों से कंपनी के बंद होने से परेशान दोनों युवक अन्य साथियों के साथ मालगाड़ी में छिपकर चुनार के डगमगपुर स्टेशन पहुंचे। यहां से पैदल चुनार, अदलपुरा, बनारस से मऊ व बलिया के लिए रवाना हुए। दोनों ने बताया कि रास्ते में दुकानें बंद हैं। लिहाजा आसपास के लोगों से गुड़-पानी पीकर रास्ता तय किए हैं। पैदल चलते दोनों काफी थक गए थे। लिहाजा सड़क किनारे रहने वाले के बरामदे में कुछ देर आराम किया और फिर मंजिल की ओर बढ़ गए। इसी तरह सुल्तानपुर के श्यामसुंदर भी अपने परिवार के साथ पैदल निकल गए। चांदपुर स्थित एक कंपनी में काम करने वाले सोनभद्र के आधा दर्जन युवा सुबह झोला उठाकर अपने घर को पैदल चल दिए। दानगंज संवाददाता के मुताबिक आजमगढ़ के किशन, राजू व नवीन पैदल ही अपने घरों के लिए बनारस से रवाना हुए।

पहड़िया से भदोही को पैदल निकले युवक
शॉपिंग मॉल और दुकानों में ताला लगने के बाद गुरुवार को कई युवक वाराणसी से ज्ञानपुर के लिए पैदल ही निकले। जिनसे पुलिसकर्मियों ने भी पूछताछ की। कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर कई शॉपिंग मॉल और दुकानें बंद हो गईं हैं। यहां काम कर रहे लोगों को भी कार्य स्थल पर आने की मनाही हो गई है। ऐसे में किराये के कमरों में रह रहे आसपास के जिलों के कर्मचारियों के सामने मुश्किल खड़ी हो गयी है। गुरुवार को भदोही निवासी तीन युवक अमित पांडेय, सूरज दुबे और अरविंद यादव पैदल ही घर के लिए पहड़िया से निकले। चौकाघाट पुल पर पहुंचे थे। पूछने पर बताया कि पहड़िया स्थित वी मार्ट में काम करते हैं। लॉक डाउन के बाद दुकान पर ताला पड़ा है। ऐसे में खाने की समस्या हो गई है। इस कारण घर जाने के लिए निकले हैं। बताया कि तिराहे और चौराहे पर खड़े पुलिसकर्मी पूछताछ कर रहे हैं। वाहन नहीं चलने के कारण घर तक पैदल ही जा रहे हैं।
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