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स्कूल-कॉलेज बनाए जा रहे क्वारंटाइन स्थल, वाराणसी-आजमगढ़ में फास्ट हुए अफसर

गाजीपुर न्यूज़ टीम, कोरोना वायरस को लेकर लागू लॉकडाउन के बीच नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली से आ रहे लोगों को लेकर विभिन्न जिलों के प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। सभी को एकांतवास में रखने के लिए अधिकारियों ने तैयारी कर ली है। वाराणसी में स्कूलों को क्वारंटाइन स्थल बनाने के लिए निर्देश जारी कर दिया गया है। आजमगढ़ में ब्लॉक और गांव स्तर पर विलेज क्वारंटाइन में रखा जा रहा है। आजमगढ़ में अतरौलिया अस्पताल में बनाए गए क्वारंटाइन वार्ड में बाहर से आए 120 लोगों को भेजने के लिए सोमवार को अधिकारियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। अधिकारियों और बाहर से आए लोगों के बीच लगभग 4 घंटे तक नोकझोंक होती रही। अधिकारियों के समझाने पर किसी तरह लोग को क्वारंटाइन के लिए तैयार हुए।

बड़ी संख्या में घरों को लौट रहे प्रवासी लोगों को अपने गांवों और मुहल्लों में प्रवेश करने से पहले स्कूल में ही रखा जाएगा। इसके लिए पहले इंटर कॉलेजों का उपयोग होगा। वहां जगह कम पड़ने पर प्राथमिक स्कूलों को लिया जाएगा। शासन का संकेत मिलने के बाद स्थानीय स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं ताकि ऐन वक्त पर कोई परेशानी ना हो।

वाराणसी में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के प्राइमरी और जूनियर स्कूलों को भी आपात स्थिति के लिए तैयार रखने का निर्देश दे दिया गया है। इस सिलसिले में शिक्षाधिकारियों की बैठक में प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में तैयारियां शुरू करा देने की रणनीति बनी। जिले में 1368 प्राइमरी और जूनियर स्कूल हैं। 

सोमवार को सभी खंड शिक्षा अधिकारियों ने फोन के माध्यम से संबंधित स्कूलों के प्रधानाध्यापकों से संपर्क किया। उन्हें स्कूलों में सफाई रखने और आवश्यकता पड़ने पर भोजन की भी व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया। गांव के शिक्षामित्रों को जिम्मेदारी दी गई है कि जैसे ही प्रशासन को स्कूल की जरूरत पड़ेगी, वे उसे तैयार रखेंगे। 

ग्राम प्रधान से संपर्क करके स्कूलों में सफाई सुनिश्चित कराएंगे। गांव में स्थित राशन की दुकान से भी संपर्क में रहेंगें। बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी शिक्षकों, खंड शिक्षा अधिकारियों  को अलर्ट किया गया है। 

आजमगढ़ के जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि पिछले 5 दिनों में लगभग दो हजार लोगों के गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली से जिले में आने की खबर मिली है। सभी को 14 दिनों के लिए एकांतवास में रखने के लिए हर गांव में स्कूलों को क्वारंटाइन में परिवर्तित किया जा रहा है। इसके अलावा ब्लॉक स्तर पर भी एक-एक कालेज को क्वारंटाइन का रूप दिया गया है।

स्वास्थ्य परीक्षण के बाद जिनके पास घर में एकांतवास की व्यवस्था होगी, वे घर पर रहेंगे।घर पर व्यवस्था न होने पर सेंटर विलेज क्वारंटाइन में रखा जाएगा। इसके अलावा ब्लाक स्तर पर भी एक-कालेज मे 50-50 बेड दो-दो मीटर की दूरी पर सुरक्षित किया गया है । इसी तहर गांव में स्कूल पर भी बेड आरक्षित किए गए हैं। एकांतवास में रहने वालों के लिए भोजन, दवा, शौच आदि की व्यवस्था की गई है।

अधिकारियों से घंटों किच-किच के बाद 120 लोग क्वारंटाइन में 
आजमगढ़। अतरौलिया अस्पताल मे बनाए गए क्वारंटाइन वार्ड में बाहर से आए 120 लोगों को भेजने के लिए सोमवार को अधिकारियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। अधिकारियों और बाहर से आए लोगों के बीच लगभग 4 घंटे तक नोकझोंक होती रही। अधिकारियों के समझाने पर किसी तरह लोग को क्वारंटाइन के लिए तैयार हुए।

रविवार की रात मे नोएडा, गाजियाबाद से बस, निजी वाहनों से लगभग 120 लोग जिले में आए। सभी का चक्रपानपुर मेडिकल कॉलेज, अतरौलिया अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। जांच में सभी सही पाए गए। इसके बाद भी एहतियात के तौर पर सभी को अतरौलिया अस्पताल के क्वॉरंटाइन वार्ड में रखने के लिए भेजा गया। मगर लोग अपने को पूरी तरह स्वस्थ बता कर घर पर जाने की जिद पर अड़ गए। सोमवार को सुबह पुलिस फोर्स के साथ एसडीएम बूढ़पुर, सीओ बूढनपुर अस्पताल पहुंचे। अधिकारियों के पहुंचने पर भी बाहर से आए लोग वार्ड में जाने को तैयार नहीं हुए। अधिकारियों के साथ लोग 4 घंटे तक बहस करते रहे। इस दौरान अधिकारियों ने एकांत वास  के दौरान भोजन ,दवा आदि की सुविधा दिए जाने की बात की। तब कहीं जाकर लोग अस्पताल के क्वारंटाइन वार्ड में जाने को तैयार हुए।

लॉक डाउन से उत्पन्न स्थिति से निपटने को 30 लाख मिले
आजमगढ़। कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए आश्रय स्थल/ स्क्रीनिंग कैम्प स्थापित करने के लिए जिले में 30 लाख की धनराशि शासन स्तर पर आवंटित की गई है। जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद के आदेश पर आश्रय स्थल स्क्रीनिंग कैंप स्थापित करने के लिए सदर तहसील के 625 गांवों, दो नगर पालिका के लिये 9 लाख, सगड़ी तहसील में 848 गांव, चार नगर पंचायत के लिए 5 लाख, लालगंज में 451 गांव, एक नगर पंचायत के लिए तीन लाख,  फूलपुर  मे 364 गांव, दो नगर पंचायत के लिए ढाई लाख, बूढनपुर मे 455 गांव, एक नगर पंचायत के लिए तीन लाख, मेहनगर मे 292गांव ,एक नगर पंचायत के लिये दो लाख, निजामाबाद मे 525गांव, दो नगर पंचायत के लिए साढे तीन लाख, मारटीनगंज मे  194 गांव, एक नगर पंचायत के लिए डेढ लाख रुपए आवंटित किए गए हैं। जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने सभी एसडीएम ,तहसीलदारों को निर्देश दिया है कि आश्रय  स्थल स्थापित कर संचालन के लिए तहसीलवार आवंटित धनराशि उपभोग कर  भुगतान के लिए मंगलवार को सुबह तक बिल भी प्रस्तुत कर दे।
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