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कोरोना लॉकडाउन के बीच बनारस में 395 विदेशी, अपने वतन से ज्यादा भारत को मान रहे सेफ

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी, कोरोना के कहर के बीच अमेरिका, इटली, फ्रांस समेत सात देशों के 395 नागरिक इस समय बनारस में रुके हुए हैं। इस दौर में उन्हें अपने देश से ज्यादा भारत सुरक्षित लग रहा है। लॉकडाउन की घोषणा के समय बनारस में 426 विदेशी नागरिक थे। 31 मार्च को सरकार ने अपने देश वापस जाने वालों की मदद के लिए वेबसाइट बनाई और दूतावास के जरिये यहां रजिस्ट्रेशन करने के लिए बोला। काशी में रहने वाले केवल 31 नागरिकों ने अपने देश जाने की इच्छा जताई और 10 अप्रैल को यहां से लौट चुके हैं। 

बनारस अक्सर विदेशी आते हैं और लंबे समय तक यहां रहते हैं। यह लोग भी उस क्रम में बनारस पहुंचे थे। लॉकडाउन की घोषणा के बाद यहीं फंस गए। सभी को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट कराया गया। फिर उनमें जिन्हें अपने देश लौटना था, उन्हें वेबसाइट के जरिये मदद दी गई। इसके बाद अमेरिका के सात, फ्रांस के आठ, जर्मनी के छह, आस्ट्रिया, स्विटजरलैंड, स्वीडन, कनाडा के एक-एक, स्पेन के चार और पोलैंड के दो नागरिकों ने अपने देश लौटने की इच्छा जताई और उन्हें  उनके देश भेजा गया। 


इस समय यहां अमेरिका के सात, फ्रांस के 15, जर्मनी के आठ, इटली के 11, दक्षिण कोरिया के 15, जापान के 19 हैं। इसके अलावा यूके, इजरायल, मलेशिया, मैक्सिको, कनाडा, कोलंबिया, आस्ट्रेलिया, थाइलैंड, श्रीलंका के भी नागरिक हैं। इनकी कुल संख्या 395 है। बीएचयू, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय और निजी संस्थानों में 122 विदेशी विद्यार्थी भी रूके हैं। ये 395 विदेशी नागरिकों से अलग हैं। संस्कृत विश्वविद्यालय में म्यांमार के 19 और बीएचयू में श्रीलंका के 23 विद्यार्थी हैं। अन्य दूसरे देशों के हैं। 

जिन देशों के नागरिक यहां रूके हुए हैं, वहां के दूतावास उनकी खोजखबर बराबर लेते हैं। अभिसूचना इकाई और स्थानीय प्रशासन  इनकी देखभाल समेत अन्य जरूरतों का ध्यान रख रहा है। इसकी रिपोर्ट भी दूतावासों को भेजी जा रही है। दो दिन पहले ही बीएचयू के इन्टरनेशनल हाउस काम्प्लेक्स में रह रहे श्रीलंका के 23 छात्रों ने अपने दूतावास से संपर्क कर परेशानियां बताई थीं। इसके बाद केंद्र सरकार से स्थानीय प्रशासन को सूचना मिली, फिर इनकी मदद की गई। भारत में श्रीलंका के उच्चायुक्त ने कोविड-19 के कारण परेशानी में पड़े अपने नागरिकों के लिए ट्विटर एकाउंट पर ई-मेल भी जारी किया है।


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