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लॉकडाउन में अक्षय तृतीया पर शगुन के लिए कुछ इस तरह से खरीद रहे सोना

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ।  लॉकडाउन की वजह से सर्राफा बाजार भले बंद हों लेकिन आने वाली अक्षय तृतीया का शगुन मनाने के लिए ग्राहक अपने परंपरागत ज्वैलर्स से संपर्क कर रहे हैं। यह ग्राहक अक्षय तृतीया को सोना या ज्वैलरी भले ही अपने घर न ले जा पाएं लेकिन इसे खरीदने के लिए अपने ज्वैलर्स को ऑनलाइन टोकन मनी जमा कर रहे हैं। 

न ज्वैलरी ली न दाम तय, सब लॉकडाउन के बाद
चौक बाजार के सर्राफा ज्वैलर्स आदीश जैन बताते हैं कि अक्षय तृतीया त्योहार के लिए अभी बाजार भले न खुले हों लेकिन शगुन मनाने वाले ग्राहकों ने हमसे संपर्क जरूर कर रहे हैं। इनमें लगभग एक दर्जन लोग अपनी टोकन मनी देकर अक्षय तृतीया के दिन बुकिंग की है। उनका कहना है कि इस टोकन मनी में न तो सोना का भाव तय है और न ही ज्वैलरी तय है। क्योंकि जब तक ग्राहक ज्वैलरी पसंद नहीं करेगा तब तक वह खरीदारी भी नहीं करेगा। वहीं बाजार बंद होने से सोना का भाव भी तय नहीं हो पा रहा है ऐसे में जब बाजार खुलेगा तभी ग्राहक अपनी पसंद और दाम तय करके ज्वैलरी की खरीदारी करेंगे।


ग्राहकों के दोनों हाथ में लड्डू
लॉकडाउन और बाजार की मंदी ने इस बार ग्राहकों के दोनों हाथ में लड्डू थमा दिए हैं। लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन के महामंत्री विनोद महेश्वरी बताते हैं कि अक्षय तृतीया को लेकर ज्वैलर्स ने ग्राहकों के साथ बुकिंग शुरू कर दी है। इसमें सबसे बढ़िया तथ्य यह है कि ग्राहकों के ऊपर इस बात का दबाव नहीं है कि वह बुकिंग आज कर रहे हैं और ज्वैलरी अगर लॉकडाउन के बाद लेना चाहते हैं तो दाम भी वह आज या लॉकडाउन के बाद जिस पर चाहें ज्वैलरी ले सकते हैं। इससे साफ है कि लॉकडाउन के बाद अगर दाम गिर जाते हैं तो उन्हें फायदा भी हो सकता है। 

ऑनलाइन बिक्री के लिए बन रही रणनीति
बुलियन कारोबारी राहुल गुप्ता बताते हैं कि अभी चार दिन पहले ऑल इंडिया स्तर पर सर्राफा एसोसिएशन ने ऑनलाइन बुलियन कारोबारियों के साथ बैठक की थी। जिसमें इस रणनीति पर बात की गई कि अगर लॉकडाउन जैसी स्थिति आगे भी रही तो हम लोग ऑनलाइन कारोबार कर रही कंपनियों से कैसे मुकाबला करेंगे। उन्होंने बताया कि इसी हफ्ते फिर बैठक होनी है जिसमें यह तय होगा कि ऑनलाइन आने के लिए हम लोग क्या-क्या कर सकते हैं। 

दोपहर 12 बजे से शुरू होगी  तृतीया तिथि
इस साल 25 अप्रैल दोपहर करीब बारह बजे से  तृतीया तिथि आरंभ होगी जो अगले दिन दोपहर करीब 1.20 मिनट तक रहेगी। इस बार अक्षय तृतीया पर  उदय व्यापिनी और रोहिणी नक्षत्र का संयोग है, जो इसे बहुत ही फलदायी बना रहे हैं। इस बहुत अच्छा मुहूर्त है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि पूर्वक पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन शंख से की गई पूजा से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होते हैं। भगवान परशुराम जयंती भी इसी दिन मनाई जाती है।

 
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