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पंजाब से चोरी छिपे महराजगंज आए 50 लोग, मुकदमा दर्ज

गाजीपुर न्यूज़ टीम, महराजगंज, कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वारा की जा रही सख्ती को धत्ता बता लोग बिना जांच कराए घर पहुंच रहे हैं। पंजाब के विभिन्न शहरों में कार्यरत लोग चोरी छिपे घर आने की बात जब सार्वजनिक हुई तो पुलिस सकते में आ गई। आनन-फानन में सभी को हिरासत में लेकर विभिन्न विद्यालयों में क्वारंटाइन किया गया है। इस मामले में आरोपित 50 लोगों के खिलाफ पुलिस ने महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। 

पंजाब में करते थे मजदूरी
पंजाब प्रांत में मजदूरी कर रहे 50 मजदूर और उनके परिजन ट्रकों में बैठकर चोरी छिपे जिले की सीमाओं पर पहुंचे। वहां से पैदल खेतों के रास्ते होते हुए अपने-अपने गांव पहुंच गए। जैसे ही पुलिस को भनक लगी। एसएचओ गांव में पहुंच गए। एसएचओ पुरंदरपुर शाह मोहम्मद ने बताया कि विशुनपुरवा निवासी जगदीश, सुभाष, सोलहु, पप्पू, बबल, बसावन, विनोद, धर्मेंद्र, सिसवनिया बुजुर्ग निवासी राधेश्याम व शिवबचन तथा रानीपुर सोहरवलिया गांव निवासी देवेंद्र, शिवेंद्र व लोटन, पंजाब प्रांत के विभिन्न महानगरों में काम करते हैं। लॉकडाउन की वजह से सभी वहां फंस गए। घर आने के लिए उन्होंने एक ट्रक किराए पर लिया, फिर वहां से गाड़ी में बैठकर धानी, कैंपियरगंज सीमा पर उतर गए।

पैदल चलकर पहुंचे गांव
वहां से पैदल चलकर चोरी छिपे अपने अपने गांव पहुंचे और घरों में रहने लगे। इसी तरह बड़हरा कन्हई गांव निवासी कलेवा पुत्र तुफानी सहित 35 अज्ञात व्यक्ति पंजाब से यहां पहुंचे हैं । किसी ने पुलिस को सूचना तक नहीं दी। यह लोग धीरे-धीरे गांव में आए। इसकी सूचना किसी ने कंट्रोल रूम में दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पंजाब से आए मजदूरों से बात की। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंची। एक-एक कर सभी की स्क्रीङ्क्षनग की गई। इसके बाद गांव के स्कूलों में सभी को क्वारंटाइन कर दिया गया। शुक्रवार की शाम एसएचओ ने दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज करा दिया। उन्होंने कहा कि 15 नामजद सहित 35 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन व एपेडेमिक एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

हरियाणा से महराजगंज आएंगे 400 मजदूर
लॉकडाउन के कारण महराजगंज जिले के 400 मजदूर हरियाणा में फंसे हैं। प्रदेश सरकार की पहल पर सभी मजदूर महराजगंज लाएं जाएंगे। रविवार की सुबह ये मजदूर महराजगंज के लिए हरियाणा से रवाना होंगे। प्रशासन इन्हें क्वारंटाइन करने की तैयारी में जुटा है। रोजी रोजगार की तलाश में महराजगंज के 400 मजदूर हरियाणा गए थे। लेकिन लॉकडाउन के चलते वहीं फंस गए हैं। अब उनके समक्ष जीविकोपार्जन का संकट खड़ा हो गया। प्रदेश सरकार की पहल पर उन्हें महराजगंज लाया जाएगा। 26 अप्रैल की सुबह वह हरियाणा से चलेंगे। 27 अप्रैल को महराजगंज पहुंचेंगे। सबसे पहले उन्हें समेकित विद्यालय में ठहराया जाएगा। यहां जांच के बाद उन्हें ब्लाकों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार ने बताया कि मजदूरों को ठहराने के लिए प्रत्येक ब्लाकों में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है, जहां उन्हें क्वारंटाइन किया जाएगा। व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित करने के लिए नोडल व सह नोडल अधिकारियों को नामित किया गया है। नामित अधिकारी द्वारा अपने दायित्वों का निष्ठा से निर्वहन किया जाएगा। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मस्जिदों की हुई जांच, पुलिस सख्त
रमजान में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस की ओर से सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। नमाजियों पर नजर रखने के लिए शुक्रवार की रात पूरे जिले में एक साथ मस्जिदों की सघन चेङ्क्षकग कराई गई। यह कार्रवाई बहराइच जिले में हुए बवाल को देखते हुए की गई। हालांकि अधिकांश मस्जिद, मदरसों में ताला लटकता मिला। जिन मस्जिदों में लोगों की मौजूदगी मिली, वहां संख्या एक से दो मिली। मुस्लिम धर्मगुरु, मौलवी क्षेत्र के प्रधान भ्रमणशील होकर मुस्लिम बाहुल्य इलाके में घूमकर लोगों को जागरूक किया कि वह घरों में रहकर नमाज पढ़ें, इफ्तार घर में रखें। फिजिकल डिस्‍टेंसिंग नहीं मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। कोरोना से लडऩे के लिए लोगों को एकजुट होने के लिए कहा गया।

पुलिस अधीक्षक ने जारी किया निर्देश
पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान की ओर से रमजान महीने को लेकर एक निर्देश जारी किया गया है। जिसमें पहले की तरह ही सुरक्षा व्यवस्था व सतर्क होकर ड्यूटी करने के लिए कहा गया है। एसपी ने पुलिसवालों को बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पुलिस सख्ती से पेश आए। मस्जिद, मदरसे में तीन से अधिक व्यक्ति मिलने पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाए। संवेदनशील इलाकों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। शनिवार को कोतवाली पुलिस ने नगर के विभिन्न मस्जिद, गबडुआ, श्यामदेउरवा पुलिस की ओर से पिपरीया, कोटवा, धरमौली, परतावल आदि जगहों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। 
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