Today Breaking News

BHU में कोरोना जांच की लंबी वेटिंग, फिर से कोरोना के सैंपल भेजे जा सकते हैं KGMU

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. BHU की वायरोलॉजी लैब में सैंपल की लंबी वेटिंग लिस्ट के कारण जिला प्रशासन लखनऊ के KGMU में भी सैंपल भेजने पर विचार कर रहा है। इस बारे में सीएमओ व एसएलएओ की बीएचयू के डॉक्टरों के साथ रविवार को बैठक होगी। डीएम ने बताया कि केजीएमयू ने जांच की सहमति दे दी है। यदि लैब पर दबाव के कारण जांच में तेजी नहीं आयी तो सैम्पल केजीएमयू को भेजे जाएंगे। 

प्रवासियों के आगमन के साथ ही पूरे पूर्वांचल में सैम्पलिंग की संख्या बढ़ गई है। बीएचयू के लैब में वाराणसी के साथ ही जौनपुर, गाजीपुर और चंदौली जिले से भी सैम्पल भेजे जा रहे हैं। इससे यहां सैम्पल की वेटिंग तेजी से बढ़ती जा रही है। अकेले वाराणसी के करीब 669 सैम्पल की जांच रिपोर्ट प्रतीक्षरत है। तीन से चार दिन पहले लिए गये सैम्पल भी जांच रिपोर्ट नहीं आ पा रही है। इससे संक्रमित की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में दिक्कत आ रही है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने केजीएमयू की लैब में सैम्पल भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।

इससे पहले बीएचयू की वायरोलॉजी की प्रयोगशाला में कोरोना संक्रमण के चलते 28 व 29 अप्रैल को करीब 13 जिलों से आए कोविड-19 के सैंपलों को नष्ट कर दिए गए हैं जबकि स्वास्थ्य विभाग उन्हें  वेटिंग में मान रहा है। लैब ने संबंधित जिलों के सीएमओ को इसकी जानकारी देते हुए उक्त तिथियों में दोबारा सैंपल करा कर भेजने के लिए पत्र भेजा है। 

एक महिला साइंटिस्ट के कोरोना पॉजिटिव आने के चलते वायरोलॉजी लैब को बंद कर दिया गया था। इस दौरान लैब का सैनेटाइजेशन व फ्यूमीगेशन किया गया। उस दौरान लैब में रखे व जांच के लिए आए सभी सैंपलों को नष्ट करना पड़ा ताकि अन्य सैंपल प्रभावित न हों। वायरोलॉजी लैब के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक का कहना है कि संबंधित जिलों के सीएमओ से 28 व 29 अप्रैल की तारीख में दोबारा सैंपल कराने की अपील की गई थी। की ओर से 28 व 29 अप्रैल के भेजे गए सभी सेंपलों को दुबारा से कराने की अपील की गई थी। 

स्वास्थ्य विभाग अब तक 28 व 29 अप्रैल की सैंपल रिपोर्ट को वेटिंग में मान रहा है। जबकि इसकी जानकारी पत्र के माध्यम से दी जा चुकी है। इस सन्दर्भ में प्रतिक्रिया के लिए बीएचयू में कोरोना की इंचार्ज प्रो. जया चक्रवर्ती से मोबाइल से सम्पर्क करने का प्रयास विफल रहा। विश्वविद्यालय की के एक सर्कुलर का हवाला देते हुए अन्य डॉक्टरों ने भी कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। 

'