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प्रयागराज मर्डर केस: प्रेमिका की खातिर 75 हजार देकर की मां-बाप,पत्नी व बहन की हत्या

गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज। मां, बाप, बहन, पत्नी की हत्या का कारण पूछने पर परिवार के इकलौते बेटे आतिश ने पुलिस को बताया कि वह एक युवती से प्रेम करता था और उससे शादी करना चाह रहा था। लेकिन घरवाले उसका विरोध कर रहे थे। लेन-देन में पिता आड़े आ गए थे तो प्रेमिका से मिलने पर पत्नी व बहन रोज किचकिच करती थी। रोज-रोज की लड़ाई से वह परेशान हो गया था। इसीलिए सबको रास्ते से हटाने की साजिश रची थी।

आतिश केशरवानी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने लव मैरिज की थी लेकिन शादी के बाद कोई बच्चा नहीं था। इस कारण दोनों के बीच में दूरियां बढ़ने लगी थीं। इस बीच उसकी जिंदगी में एक दूसरी युवती आ गई। वह उसके करीब आ गया। दोनों मिलने जुलने लगे। फोन पर बात करते थे। इसकी जानकारी उनके परिजनों को हो गई। एक दिन उन्हें आपत्तिजनक स्थिति में भी किसी ने देख लिया था। इसके बाद परिवार में भूचाल आ गया। रोज-रोज किचकिच होने लगी थी। कहां जा रहे हो, किसका फोन आ रहा है। 


आतिश ने यह भी बताया कि उसकी प्रेमिका के साथ की फोटो कहीं से उसकी बहन को मिल गई। इसके बाद परिवार में जमकर तू-तू मैं-मैं हुई थी। धमकाने के बाद उसकी बहन ने दोनों की फोटो फेसबुक पर वायरल कर दिया था। इस कारण वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गया था। उसकी प्रेमिका भी नाराज थी। मां भी बहन और पत्नी का पक्ष लेती थी। इसीलिए उसने तीनों को रास्ते से हटाने के लिए अनुज श्रीवास्तव से मिलकर साजिश रची थी। पकड़े जाने के बाद आतिश बार-बार पुलिस को यही कह रहा था कि इस पूरे प्रकरण में उसकी प्रेमिका का कोई रोल नहीं है। वह निर्दोष है।

अपने मां-बाप, बहन और पत्नी की हत्या के आरोप में पकड़े गए आतिश केसरवानी से जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस को बताया कि करीब एक महीने से वह काफी परेशान था। इस बीच उसने अपने दोस्त अनुज श्रीवास्तव से मदद मांगी। अनुज ने राय दी थी कि परिवार के सभी लोगों को रास्ते से हटा दो तो सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी। उसकी प्रेमिका भी मिल जाएगी और जायदाद भी उसकी होगी।

करीब 15 दिन पहले अनुज से उसकी बातचीत हुई। अनुज ने कहा था कि काम हो जाएगा लेकिन इसके लिए पैसे लगेंगे। आतिश तैयार हो गया। आठ लाख रुपये में सौदा हुआ। आतिश ने कहा कि उसके अकाउंट में केवल 65000 रुपये हैं। बाकी पैसा वह बाद में देगा। 10 हजार आतिश ने अनुज को कैश दिया और अपना एटीएम कार्ड दे दिया। अनुज ने उसके बैंक खाते से 65000 रुपये निकाल लिए। इस दौरान एक व्यक्ति आकर उसकी दुकान से ही चाकू खरीद कर ले गया था, जिससे वारदात को अंजाम दिया गया।


पुलिस को उसने बताया कि अनुज ने ही अपने मामा राजकरन श्रीवास्तव और एक भाड़े के शूटर को हायर किया। बुधवार को अनुज ने जानकारी दी कि गुरुवार को काम हो जाएगा। गुरुवार दोपहर में कॉल करके अनुज ने कहा कि दोपहर एक बजे एक युवक घर में जाएगा उसकी इंट्री करा देना। ठीक 1:15 बजे एक अंजान व्यक्ति दुकान में पहुंचा और गेट खटखटाया।

पहले से तैयार आतिश ने दरवाजा खोल दिया और उस कातिल को लेकर अपने गोदाम में छिपा दिया। वहीं चाकू और अन्य सामान रखा था। इसके बाद वह कमरे से बाहर निकल गया। पीएसी गेट तक गया जहां पर अनुज और उसके मामा मिले। कुछ देर बाद उसे कॉल करके बताया गया कि काम हो गया है। करीब 3:30 बजे वह घर लौटा। बाहर से कॉलबेल बजाने का नाटक करता रहा। थोड़ी देर बाद किराएदार की मदद से पता चला कि दरवाजा नहीं खुल रहा है। फिर उसने लात मार के दरवाजा खोला। अंदर पहुंचा तो पिता का खून से लथपथ शव पड़ा था। आगे मां और बहन की लाश थी ऊपर पत्नी मरी पड़ी थी।

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