औषधीय पौधों का हब बनेगा आजमगढ़, 201 प्रजातियों के पौधे लगाने के लिए 304 स्थल चिन्हित
गाजीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. वन महोत्सव कार्यक्रम में अबकी बार जिले के लिए संजीवनी साबित होगा। औषधीय पौधों को बढ़ावा देने के लिए एक ही स्थान पर 201 प्रजातियों के पौधे उगाए जाएंगे। वन विभाग ने उन पौधों को सुरक्षित रखने की भी रूपरेखा निर्धारित की है। वन विभाग शासन के निर्देश पर 304 स्थलों को पौधरोपण के लिए चिन्हित किया है। इसमें से पांच हेक्टर के एक स्थान को औषधीय पौध लगाने की रणनीति बनाई है। पांच हेक्टेयर भूमि ऐसी होगी, जिसकी मिट्टी भी उपजाऊ हो।
देखरेख के लिए एक व्यक्ति को रखा जाएगा
सुरक्षा के लिए चारो तरफ कटीले तारों से घेरेबंदी की जाएगी। देखरेख के लिए एक व्यक्ति को रखा जाएगा। वन महोत्सव का एक से सात जुलाई के बीच आगाज होना है। इन सभी प्रजातियों के दस-दस पौधे लगाए जाएंगे। इन प्रजातियों पर विभाग का विशेष ध्यान रहेगा। इसमें से न तो किसी को सूखने दिया जाएगा और न ही जानवरों का निवाला बनने दिया जाएगा। इसके लिए विभाग रणनीति भी बना रहा है।
ये हैं चयनित प्रजातियां
अगस्त, काला शीशम, केला, पपीता, कुलचा, चिलबिल, चीकू, अमरूद, आम, इमली, आंवला, कैथा, करौंदा, जंगल जलेबी, कट जामुन, अंजीर, जामुन, नीबू, बेर, बेल, बहेड़ा, महुआ, हर्र, लसोड़ा, चिरौजी, नारंगी, मोर पंखी, मनोकामनी, गंधराज, बड़ी चंपा, चांदनी, बेला, टिकोमा, सुपारी पाम, तेज पत्ता, आक, अरुशा, गोखरू, कपूर, करील, मीठी नीम, नीम, तुलसी, मरोदफल, गुलर, सहजन, शहतूत, खजूर, अनार, बड़हल, शरीफा, रीठा, घोट, बिजौरा, अमलतास, अर्जुन, जवाइन, जंगल बादाम, गिलोय व एलोवेरा आदि शामिल हैं।
पांच हेक्टयर में पौधे लगाए जाएंगे
प्रभागीय वानिकी निदेशक अयोध्या प्रसाद ने बताया कि शासन की मंशा अनुरूप 201 प्रजातियों के पौधे लगाए जाएंगे। विभाग के 304 चयनित स्थलों में से एक जगह चयन किया जाएगा। उसी जगह पांच हेक्टयर में वन महोत्सव के दौरान पौधे लगाए जाएंगे। इसकी देखरेख की जिम्मेदारी वन विभाग की होगी। इससे आजमगढ़ में हरियाली की इबारत लिखी जाएगी।
