गाजीपुर: टूटी सड़कें खोल रहीं विकास की पोल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जनपद व गांव के विकास का आइना चमचमाती सड़कें होती हैं। अगर सड़कें ही गड्ढों में तब्दील हो जाएं तो विकास पर संकट स्वाभाविक है। कुछ ऐसा ही हाल इस समय जिले का है। कई सड़कों पर हुए गड्ढों में पानी भरा है। ऐसे में हादसे होते रहते हैं। जनता सरकार को कोसती रहती है और जिम्मेदार अधिकारी केवल रटारटाया जवाब देते हैं।
नहीं सुनते अधिकारी
कासिामाबद : ग्राम पंचायत सुकहा में कासिमाबाद ब्लाक संसाधन केंद्र पर जाने वाली सड़क गड्ढों में तब्दील है। इस मार्ग पर कूड़ा व गंदगी होने से जलनिकासी की व्यवस्था चरमरा गई है। कीचड़ व जलजमाव से स्थानीय ग्रामीणों को परेशानी होती है। बाइक सवारों के फिसलने के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं। गांव के सरोज गुप्ता, राजेंद्र गुप्ता, विजय प्रकाश शर्मा, डा. हरिहर राम, अभिषेक तिवारी व मुन्ना कन्नौजिया आदि ने बताया कि कई बार गुहार लगाने के बाद भी अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने ध्यान नहीं दिया।
इस सड़क को लेकर क्या जबाब दे सकता है पीडब्ल्यूडी
करंडा : स्थानीय ब्लाक के धरम्मरपुर चट्टी से जमानियां पक्का पुल तक जाने वाले मार्ग पर दो फुट तक पानी भरा है। इससे आवागमन में परेशानी हो रही है। बीते वर्ष बाढ़ में करीब डेढ़ माह तक डूबने के चलते धरम्मरपुर-जमानियां गंगा पुल मार्ग की हालत काफी जर्जर हो गई थी। इसकी वजह से इस बार बरसात होते ही उस पर पानी भर गया। अगर फिर से बाढ़ आ गई तो आवागमन का एकमात्र मार्ग भी बंद हो जाएगा। लगभग 300 मीटर सड़क का लेबल काफी नीचे है। विभागीय लापरवाही के चलते एक वर्ष से सड़क खराब है। इसे लेकर क्षेत्रवासियों में आक्रोश है।
इस मार्ग का दर्द कोई नहीं सुनने वाला
जमानियां : नगर पालिका के हरपुर मोहल्ला में गंगा को जाने वाला मार्ग बदहाल हो गया है। बार-बार शिकायत के बाद भी नपा इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त हैं। नगर पालिका के हरपुर मोहल्ला से गंगा को जाने के लिए बनी सीसी सड़क काफी जर्जर हो चुकी है। सड़क की लंबाई 1500 मीटर है। इसमें लगभग 300 मीटर सड़क आरसीसी हो चुकी है। लेकिन शेष सड़क नहीं बनने से गंगा नदी को जाने में भारी जोखिम उठाना पड़ रहा है। बारिश होने के कारण पूरी सड़क कीचड़ से सन गई है। स्थिति यह है कि पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है। मोहल्ला के दीपक यादव ने नपा अध्यक्ष को पत्र लिखकर सड़क निर्माण कराने की मांग की है।
ठेकेदार ने छोड़ दिया एक साइड की सड़क बनाकर
दुल्लहपुर : इसे ठेकेदार की लापरवाही कहें या लोक निर्माण विभाग की उदासीनता जो आठ माह बाद भी राजमार्ग के एक साइड की सड़क नहीं बन पाई है। गाजीपुर-आजमगढ़ राजमार्ग पर बिरनो थाना से लगायत जलालाबाद मोड़ होते हुए मऊ जनपद की सीमा तक सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। विभाग तथा ठेकेदार की मिलीभगत से अब तक इसकी मरम्मत नहीं कराई गई। हद तो तब हो गई जब धर्मागतपुर से ओड़राई तक राजमार्ग के एक तरफ की सड़क आठ माह पहले बनाई गई और दूसरे तरफ की सड़क आज भी नहीं बन पाई। यदि ठेकेदार दोषी था तो उसके ऊपर कारवाई क्यों नहीं की गई। धर्मागतपुर से लगायत दुल्लहपुर तक की सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। इसकी मरम्मत कराने के लिए कई बार जनता का प्रदर्शन भी हो चुका है।
बारिश होने पर आवागमन मुश्किल
सैदपुर : मेन रोड से रामकरन सेतु तक जाने वाली सड़क क्षतिग्रस्त होकर गड्ढे में तब्दील हो गई है। आने जाने वाले लोगों की फजीहत होती है। बारिश होने पर स्थिति भयावह हो जाती है। गढ्ढे समझ में नहीं आते हैं क्योंकि उसमें पानी भर जाता है। इससे लोग गिरकर घायल हो जाते हैं। इसी रोड पर सब्जीमंडी होने से गंदगी भी रहती है। मोहल्लेवासी आशीष वर्मा, बृजकिशोर जायसवाल, आलोक जायसवाल आदि ने विभागीय अधिकारियों से शीघ्र सड़क की मरम्मत करवाने की मांग की है।
कई बार चंदा लगाकर कराई गई मरम्मत
शादियाबाद : स्थानीय कस्बा स्थित दुर्गा चौक से पुराने बाजार, टैक्सी स्टैंड तक जाने वाले मार्ग पर सिर्फ कीचड़ ही कीचड़ नजर आता है। वाहन तो दूर पैदल चलने में भी लोगों को डर लगता है। यह मार्ग ग्रामसभा मोबारकपुर कुदुरतुल्ला में पड़ता है। कई वर्षों से इस मार्ग की मरम्मत नहीं हुई है। लगभग दस वर्ष पूर्व जब पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बीना यादव यहां से जिला पंचायत का चुनाव लड़ी थी तब उन्होंने जिला पंचायत के तहत कई आरसीसी सड़कों का निर्माण कराया था। उसी समय दुर्गा चौक से टैक्सी स्टैंड तक आरसीसी सड़क भी बनवाई गई थी। जिस पर अब जगह-जगह जानलेवा गड्ढे बन गए हैं। दुकानदार सीताराम, अनवर कुरेशी, सुरेंद्र यादव, गुडडू कुमार, मनोज राय आदि लोगों का कहना है कि कई बार चंदा लगाकर रास्ते की मरम्मत कराई गई लेकिन बारिश में स्थिति और भी बदतर हो जाती है।