लखनऊ, वाराणसी और प्रयागराज रूट पर भी दौडऩे लगी बसें
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर, स्टेशनों पर चहल-पहल बढऩे के साथ सड़कों पर भी बसें दिखने लगी हैं। लोगों का आवागमन धीरे-धीरे बढऩे लगा है। ग्रामीण ही नहीं लखनऊ, वाराणसी और प्रयागराज रूट पर भी रोडवेज की बसें दौडऩे लगी हैं। गोरखपुर से कुल 51 बसें चलाई गईं। जिसमें रेलवे बस डिपो से अनुबंधित 31 बसें देवरिया, पडरौना और बस्ती आदि रूटों पर चलीं। निगम की दस बसों में से चार लखनऊ, एक कानपुर तथा पांच ग्रामीण क्षेत्र में यात्रियों को लेकर रवाना हुईं।
राप्तीनगर डिपो से 20 बसें चलीं। जिसमें जनरथ की चार प्रयागराज, छह वाराणसी और चार लखनऊ रूट पर चलाई गईं। छह बसें लोकल भी चलीं। क्षेत्रीय प्रबंधक डीवी सिंह के अनुसार गोरखपुर और राप्तीनगर डिपो में सैनिटाइज की हुई पर्याप्त बसें खड़ी कर दी गई हैं। जिस क्षेत्र के यात्री मिल रहे हैं, उन रूटों पर बसें चलाई जा रही हैं। सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। यात्री डरें नहीं, बसें पूरी तरह सुरक्षित हैं। यात्रियों के हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही बसों में बैठाया जा रहा है। मास्क पहनना अनिवार्य है।
मंडल रेल प्रबंधक ने किया स्टेशन का निरीक्षण, दी शाबाशी
गोरखपुर : मंडल रेल प्रबंधक डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने बुधवार को रेलवे स्टेशन का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पहली जून से चल रही स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की जानकारी ली। साथ ही संक्रमण से बचाव के लिए सभी उपाय सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने श्रमिक ट्रेनों से गोरखपुर पहुंचे प्रवासियों के सहयोग में अहम भूमिका निभाने वाले स्टेशन पर तैनात परिचालन, सुरक्षा, स्वास्थ्य, सफाई व टिकट जांच दल के कार्यों सराहना करते हुए शाबाशी दी। कहा कि कोरोना योद्धाओं के चलते भारतीय रेलवे स्तर पर गोरखपुर का मान बढ़ा है। 31 मई को सेवानिवृत्त हुए स्टेशन डायरेक्टर राजन कुमार को रेलवे बोर्ड, महाप्रबंधक व लखनऊ मंडल का सम्मान पत्र प्रदान किया। मुख्य वाणिज्य निरीक्षक डीके श्रीवास्तव सहित दर्जन भर कर्मियों को कोरोना योद्धा का प्रमाण पत्र दिया।