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Coronavirus Effect: रेलवे में अब वीडियो कांफ्रेंसिंग से होगा साक्षात्कार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर। रेलवे में पदोन्नति के लिए विभागीय परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए मुख्यालय या मंडल कार्यालय नहीं जाना पड़ेगा। जहां वे तैनात रहेंगे वहीं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आनलाइन परीक्षा दे सकेंगे। परीक्षा में शामिल वरिष्ठ रेलकर्मियों को अनावश्यक यात्रा और भीड़ से होने वाले संक्रमण से बचाने के लिए रेलवे बोर्ड ने यह निर्णय लिया है।

दफ्तर से ही साक्षात्कार दे सकेंगे विभागीय परीक्षाओं के अभ्यर्थी
दरअसल, पश्चिम रेलवे में ग्रुप बी में सहायक प्रबंधकों के पदों पर पदोन्नति की लिखित परीक्षा हो चुकी थी। लेकिन साक्षात्कार नहीं हो पा रहा था। संक्रमण के चलते रेलवे प्रशासन के समक्ष अभ्यर्थियों का साक्षात्कार चुनौती बना हुआ था। ऐसे में पश्चिम रेलवे ने रेलवे बोर्ड को आनलाइन परीक्षा कराने के लिए प्रस्ताव भेजा था। बोर्ड ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आनलाइन परीक्षा की अनुमति दे दी है। साथ ही समस्त जोन और उत्पादन इकाइयों के महाप्रबंधकों को भी इसके लिए निर्देशित किया है। अन्य जोन व उत्पादन इकाइयों के महाप्रबंधक भी विभागीय परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों का आनलाइन साक्षात्कार करा सकते हैं।

अनावश्यक यात्रा पर अंकुश लगाने के लिए रेलवे बोर्ड ने लिया निर्णय
रेलवे में प्रत्येक वर्ष सभी विभागों में पदोन्नति के लिए गुप बी और डी की विभागीय परीक्षाएं आयोजित होती रहती हैं। लिखित परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों को मुख्यालय या मंडल कार्यालय पर एक जगह उपस्थित होना पड़ता है।

कोरोना के कारण लिया गया निर्णय
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना के प्रभाव को देखते हुए आवश्यकता पड़ती है तो बाहर के रेलकर्मियों का साक्षात्कार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कराया जा सकेगा।

गोरखपुर सहित 14 रेलवे स्टेशनों पर 'रक्षक कोच' तैनात
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने अपनी सतर्कता और बढ़ा दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा- निर्देश पर कुल 14 रेलवे स्टेशनों पर आइसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार रक्षक कोचों के रेक तैनात कर दिए गए हैं। प्रत्येक रेक में कुल 12 कोच लगे हैं। इसमें एक एसी कोच भी शमिल है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार प्रत्येक कोच में मरीजों के लिए आठ केबिन तैयार किए गए हैं। कोविड केयर सेंटर के रूप में प्रयोग किए जाने वाले इन कोचों में शुरुआती लक्षण वाले संदिग्ध एवं घोषित मरीजों का इलाज होगा। मिले दिशा- निर्देश के क्रम में कोचों को संक्रमण रहित करने के बाद भारतीय रेलवे के कुल 215 स्टेशनों पर खड़ा किया जाना है। इसमें पूर्वोत्तर रेलवे के 14 स्टेशनों पर कोच वाले रेक खड़े कर दिए गए हैं। गोरखपुर वाले रेक को नकहा जंगल स्टेशन पर खड़ा किया गया है। भटनी स्टेशन पर दो रेक खड़े हैं। जरूरत पडऩे पर एक रेक को देवरिया भेजा जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे में कुल 217 रक्षक कोच तैयार किए गए हैं।

इन स्टेशनों पर खड़े हैं रक्षक
गोरखपुर, वाराणसी सिटी, गोंडा, बरेली सिटी, मंडुआडीह, बलिया, मऊ, गाजीपुर सिटी, आजमगढ़, नौतनवां, फर्रूखाबाद, भटनी, बहराइच और कासगंज।
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