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पूर्वांचल की 18 हजार औद्योगिक इकाइयों को कुशल कामगारों की तलाश

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर। गोरखपुर मंडल के गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज और कुशीनगर जनपद में लाकडाउन के दौरान बंद हुईं करीब 23 हजार छोटी-बड़ी इकाइयाें में से अभी तक मात्र पांच हजार इकाइयाें में उत्पादन शुरू हो सका है। इसी बीच बरसात ने कार्यों की गति पर विराम लगा दिया है। ऐसी स्थिति में प्रशासन के समक्ष कुशल कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती बनी हुई है। मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने अन्य 18 हजार इकाइयों व परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए संबंधित विभागों के अफसरों को निर्देशित किया है।

चारो जिलों में अभी तक पांच हजार इकाइयों में शुरू हो सका है कार्य
एक ओर प्रशासन औद्योगिक उत्पादन शुरू करने पर लगातार उद्यमियों पर दबाव बना रहा है वहीं उद्यमियों के सामने कई कारणों से इकाइयों को शुरू करना इस समय सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। उद्यमियों को फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए काम शुरू कराना है जिससे खुद को सुरक्षित रखने के साथ ही श्रमिकों को भी सुरक्षित रख सकें। प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी पांच हजार छोटी-बड़ी और सरकारी परियोजनाएं शुरू हो सकी हैं। अब प्रशासन को पूरा जोर अन्य इकाइयों व परियोजनाओं को शुरू कराने का है। इकाइयों के शुरू होने से जहां विभिन्न तरह के उत्पादन दोबारा से शुरू हो सकेंगे वहीं बेराजगार हो चुके श्रमिकों को पुन: रोजगार मिल सकेगा।

प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती
जहां भी उत्पादन इकाइयां शुरू हुई हैं वहां कड़ाई से प्रोटोकाल का पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं। मंडलायुक्त ने बताया कि चारो जिलों में लगभग पांच हजार उत्पादन इकाइयों में काम शुरू हो चुका है। इसमें सरकारी परियोजनाएं भी शामिल हैं। अभी कई इकाइयों में काम शुरू होना बाकी है। कोशिश है कि 15 जुलाई तक सभी बड़े प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू करा दिए जाएं। उन्होंने बताया कि बरसात के कारण अभी थोड़ी दिक्कत हो रही है लेकिन प्रवासी कामगारों को तटबंधों पर मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

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