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गाजीपुर में कोरोना का विस्फोट मिले 42 नए संक्रमित, कोरोना से एक की मौत

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर। जिले में लगातार कोरोना के संक्रमित मरीजों की बढ़ोत्तरी ने प्रशासन और स्वास्थय विभाग की दुश्वारियां बढ़ा दी है। शुक्रवार को देर रात तक 48 मरीज कोरोना पाजिटिव आए तो नए 42 संक्रमित मरीजों से हड़कंप मचा है। जबकि एक की मौत हो गई। अभी सैकड़ा भर से अधिक मरीजों की रिपोर्ट का इंतजार है। स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगातार प्रयासरत है। जिले में 16 हजार 81 संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच कराई जा चुकी है। जिसमें 731 मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित मिले, वहीं 12 हजार 410 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आई। जबकि 1145 संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट नहीं आई है। संक्रमित 731 मरीजों में इलाज के बाद 483 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं, वहीं 257 मरीजों का इलाज चिकित्सकों की निगरानी में चल रहा है। वहीं नौ संक्रमित मरीज जान भी गंवा चुके हैं।

शनिवार को नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र में भी संक्रमित मरीज मिले। इसमें नगर के चितनाथ स्थित कोट मुहल्ला के चार संक्रमित, पुलिस लाइन एक, एसपी आवास एक, आमघाट सहकारी कालोनी में एक, मनिहारी में एक, अंधउ में एक, नौकापुरा में एक, एमएच इंटर कालेज एक सहित मुहम्मदाबाद क्षेत्र भाटी मुहल्ला में एक, बाराचवर में एक, नोनहरा देवा बासदेवपुर में एक, लौवाडिह करिमुद्दीनपुर में एक, मुजई सादात में एक मरीज मिले है। संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने से दर्जनों लोग संक्रमण के शिकार हो गए। शनिवार को 42 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीजों के परिजनों का सैंपल जांच के लिए वाराणसी भेज दिया है। वहीं इन सभी मरीजों को इलाज के लिए कोविड लेवल वन अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। हालांकि इनके संपर्क में आने वालों संदिग्धों को चिन्हित कर सैंपल की जांच कराई जाएगी।

इस संबंध में डिप्टी सीएमओ डा. उमेश कुमार ने बताया कि सभी मरीजों को इलाज के लिए कोविड लेवल -1 अस्पताल सहेड़ी में दो मरीजों को भर्ती कराया गया है। सर्वे टीम संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले संदिग्धों को चिन्हित करने में जुटी है। जिले में नोनहरा क्षेत्र के एक संक्रमित मरीज की शुक्रवार की रात्रि मृत्यु हो गई, जिससे क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। इस मरीज की उम्र 38 वर्ष थी। इसका इलाज जिले के ही चिकित्सकों द्वारा चल रहा था। सांस लेने में मरीज को तकलीफ हो रही थी। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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