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गाजीपुर: बीएसएफ जवान पंचतत्व में विलीन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर खानपुर थाना क्षेत्र के बहदिया निवासी बीएसएफ के जवान उमाशंकर का कैथी के गंगाघाट पर सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके भतीजे रोहित कुमार ने दिया। गंगा घाट पर एनडीआरएफ की टीम द्वारा विदाई की रस्म अदा की गई। जम्मू के मेंढर पोस्ट पर बुधवार को सांस की समस्या से ग्रसित होकर उमाशंकर को आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां बुधवार की शाम उनका देहांत हो गया। शनिवार की रात दस बजे बीएसएफ जवान का शव गांव में पहुंचते ही गांव में मातम पसर गया। 

रविवार की सुबह क्षेत्राधिकारी सैदपुर महिपाल पाठक, थानाध्यक्ष शशिचंद्र चौधरी और सिधौना चौकी इंचार्ज योगेंद्र सिंह सहित सभी पुलिसकर्मियों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। उमाशंकर को रुंधे गले से पत्नी मीरा और इकलौती पुत्री मिथिलेश कुमारी ने कंधा देकर शव यात्रा को आगे बढ़ाया। दर्जनों बाइक सवार व सैकड़ों पैदल लोग शव यात्रा में देशभक्ति नारे लगाते हुए चल रहे थे। पटखौली में रामधनी त्रिपाठी और सिधौना में कमलेश यादव के नेतृत्व में शव यात्रा पर पुष्पवर्षा कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मार्कंडेय धाम स्थित गंगा घाट पर उमाशंकर के छोटे भाई जयप्रकाश के पुत्र रोहित कुमार ने जवान के शव को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार का क्रियाकर्म संपन्न किया। गंगा घाट पर सैनिक को श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। युवाओं द्वारा लगातार देशभक्ति और उमाशंकर अमर रहें के नारे लगाए जा रहे थे।

अश्रुधाराओं के बीच सब बोल पड़े- वंदे मातरम
उमाशंकर के शव को लेकर आए बीएसएफ के जवान ओमप्रकाश ने जब पत्नी मीरा देवी को उनके मृत पति का चेहरा दिखाया तब वह दहाड़े मारकर रोने लगीं। पति का चेहरा अपने हाथों में लेकर फफक पड़ीं और नम आंखों और भरे गले से जब वंदे मातरम के नारा लगाया तब पूरा वातावरण भारत माता की जय के नारे से गूंज उठा।

इकलौती पुत्री को सौंपा गया तिरंगा
गंगाघाट पर वाराणसी स्थित एनडीआरएफ के 11 यूनिट द्वारा जोगेंदर सिंह के नेतृत्व में सैनिक सम्मान के साथ शस्त्र झुकाकर विदाई सलामी दी गई। एनडीआरएफ के जवान द्वारा मृत सैनिक के शव से तिरंगा झंडा उतारकर उनके इकलौती पुत्री को सौंपते समय हर किसी की आंखें नम हो गईं। विवाहिता पुत्री मिथिलेश कुमारी ने कहा कि जीवन भर तिरंगे की आन, बान व शान के लिए तैनात रहे पिताजी आज इस तिरंगे में विलीन हो गए।

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