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कोरोना नेे लील ली संवेदना,दस घंटे पड़ी रही कोरोना पॉजिटिव महिला की लाश

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. निजी अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित महिला की सोमवार को मौत हो गई। बेटा मां के लाश के लिए 10 ‌घंटे परेशान रहा। अस्पतालकर्मियों ने शव को परिजनों को नहीं सौंपा।  थकहार कर बेटे ने पीपीई किट खरीदी और मां के शव को कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत पैक किया। इतना ही नहीं अस्पताल प्रबंधन ने संक्रमित को भर्ती करने के एवज में 32 हजार रुपए भी परिजनों से वसूल लिए। 

फल मंडी के पीछे रहने वाली एक 67 वर्षीय बुजुर्ग महिला की तबीयत 16 जुलाई को खराब हुई। परिजन दाउदपुर के एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां पर कोविड-19 की जांच कराई गई। जांच में कोरोना पॉजि‌टिव निकला तो अस्पताल प्रबंधन ने आनन-फानन में बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। जहां पर बेड न खाली होने का हवाला देकर मरीज को वापस कर दिया गया। इस बीच वह रेलवे, स्पोर्ट्स कॉलेज और जिला अस्पताल गए। लेकिन निराशा हाथ लगी। अंत में प्रशासन के दबाव के बाद निजी अस्पताल ने फिर से मरीज को भर्ती तो कर लिया। लेकिन इलाज के नाम पर 24 घंटे में एक बार एक स्वास्थ्य कर्मी गया और उसने एक ड्रिप और इंजेक्शन लगा दिया। 

बेटे ने अस्पतालकर्मियों को दी मां की मौत की सूचना 
सोमवार की भोर में चार बजे के करीब संक्रमित बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। इस पर बेटे ने बेसुध मां को देखकर स्वास्थ्य कर्मियों को बुलाया। काफी मान-मनौव्वल के बाद स्वास्थ्य कर्मी आए और मौत की पु‌ष्टि की। बेटे ने मां के शव को कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत सौंपने की बात कही, तो अस्पताल प्रबंधन ने हा‌थ खड़े कर दिए। इसके बाद उसने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को संपर्क किया, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। 

खुद ही पीपीई किट खरीदी और स्वास्थ्य कर्मियों को भी दी
बेटे ने बताया कि जब 10 घंटे बीत गए तो रहा नहीं गया। अंत में जब अधिकारियों ने हाथ खड़े कर दिए तो खुद अपने लिए और एक अन्य स्वास्थ्य कर्मी के लिए पीपीई किट खरीदी। इसके बाद पॉलिथीन खरीद कर लाया और खुद ही शव को पैक किया। एम्बुलेंस के लिए अलग से 2500 रुपये दिए और अस्पताल का भुगतान 32 हजार रुपये किया। एम्बुलेंस चालक के लिए भी पीपीई किट खरीदकर दियी। तब जाकर 10 घंटे बाद शव लेकर राजघाट गया। 

बोले सीएमओ
संक्रमित की मौत को साफ्टवेयर में वह लैब अपडेट करती है जहां से जांच हुई हो। प्राइवेट लैब से इसको लेकर शिकायत ज्यादा मिल रही है। आर्यन हॉस्पिटल में भर्ती महिला के मौत की सूचना है। जब लैब अपडेट करेगा तब ही हम उसे अपनी सूची में अपडेट करेंगे।-डॉ. श्रीकांत तिवारी, सीएमओ
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