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बारिश में गिर गया पूर्व विधायक का खपरैल का मकान, परिवार संग बरामदे में रहने को मजबूर

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर। आज जब राजनीति में कोई छोटा-मोटा पद मिल जाने पर ही लोग लग्‍जरी गाडि़यों में घूमने और आलीशान बंगलों में रहने को अपना अधिकार समझने लगते हैं तब गोरखपुर में एक पूर्व विधायक ऐसे भी हैं जो आज भी खपरैल के घर में रहने को मजबूर हैं। वह घर भी पिछले कई दिनों की बारिश में रविवार को गिर गया। पूर्व विधायक तबसे बहू और चार पोते-पोतियों के साथ बरामदे में रहने को मजबूर हैं।

1980 से 1985 तक गोरखपुर की मानीराम सीट से कांग्रेस के विधायक रहे हरिद्वार पांडेय ईमानदारी की मिसाल हैं। कांग्रेस के स्‍वर्णिम काल में विधायक और तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री वीर बहादुर सिंह के करीबी होने के बावजूद हरिद्वार पांडेय ने अपने लिए कोई सम्‍पत्ति नहीं बनाई। आज भी मानीराम के अपने खपरैल के मकान में रहते हैं। जमा पूंजी के नाम पर गांव में ढाई बीघा जमीन है। पूर्व विधायक अपनी आजीविका के लिए इसी जमीन पर निर्भर हैं।

लगातार बारिश की वजह से वह मकान भी रविवार गिर गया। मकान गिरने की खबर पाकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव विश्वविजय सिंह सोमवार को उनके घर पहुंचे। उन्होंने पूर्व विधायक को हर संभव मदद का आश्‍वासन दिया। कहा कि पार्टी अपने पूर्व विधायक के साथ खड़ी है।
पूर्व विधायक ने बताया कि रविवार रात खपरैल के मकान के चारों कमरे भरभरा कर गिर गए। बस एक बरामदा बचा रह गया। पूर्व विधायक ने पूरे परिवार संग उसी बरामदे में शरण ली। हरिद्वार पांडेय आज की चकाचौंध वाली राजनीति के अपवाद हैं। ईमानदारी की भावना इतनी प्रबल रही कि विधायक रहने के बावजूद वह एक ठीकठाक मकान तक नहीं बनवा सके। हरिद्वार पांडेय पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीर बहादुर सिंह के घनिष्ठ मित्र रहे हैं।

88 साल की उम्र मेंं भी नैतिकता को लेकर पूर्व विधायक की सतर्कता कम नहींं हुुुुई है। पार्टी के कार्यक्रमों में भी वह यथासम्‍भव सक्रिय रहते हैं। मकान गिरने के बाद भी उनका कहना है कि ढाई बीघा जमीन उनके लिए पर्याप्‍त है। वह उसी से अपना जीवनयापन करके संतुष्‍ट हैं। रही बात घर की तो इसमें भी कोई दिक्‍कत नहीं है। टाट-पट्टी बांधकर अब भी काम चल जाएगा। हालांकि उनसे मिलने आए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जल्‍द से जल्‍द पूर्व विधायक का घर ठीक कराया जाएगा।

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