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गाजीपुर: कर्मनाशा नदी पर बने पुल के एक्सपेंशन ज्वाइंट, बेयरिग, रेलिग व कंक्रीट की होगी जांच

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बारा ताड़ीघाट - बारा मार्ग पर यूपी - बिहार को जोड़ने वाले कर्मनाशा पुल के एक्सपेंशन ज्वाइंट, बेयरिग, रेलिग व कंक्रीट का गुरुवार को उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम की टीम ने बारीकी से निरीक्षण किया। आधुनिक यंत्रों के साथ निरीक्षण करने वाली टीम में शामिल इंजीनियरों ने हर बिदुओं की गहनता से जांच-पड़ताल की। 

सेतु निगम के अधिकारियों ने बताया कि कर्मनाशा पुल का एक्सपेंशन ज्वाइंट व रेलिग क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं बेयरिग में भी ग्रीसिग की आवश्यकता है। शासन के निर्देश पर गुरुवार को उत्तर प्रदेश सेतु निगम एवं पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी कर्मनाशा पुल की जांच करने पहुंचे थे। टीम में शामिल इंजीनियरों ने आधुनिक यंत्रों से करीब दो घंटे तक हर बिदुओं की जांच की। उत्तर प्रदेश सेतु निगम के एई शुघर सिंह ने बताया कि तीस वर्ष अवधि से अधिक हो चुके पुलों के बेयरिग आदि में खराबी आने की संभावनाओं के तहत उत्तर प्रदेश सेतु निगम की टीम बेयरिग आदि की जांच में जुटी है। 



कर्मनाशा नदी पर बने बारा व देवल पुल बालू लदे ओवरलोड ट्रकों के दबाव के कारण क्षतिग्रस्त हो गए हैं। देवल स्थित कर्मनाशा पुल का स्लैब विगत वर्ष तीन इंच धंस गया है। बावजूद इसके वाहनों पर रोक नहीं लगी है। जबकि टीबी मार्ग पर स्थित कर्मनाशा पुल का एक्सपेंशन ज्वाइंट, रेलिग व कंक्रीट क्षतिग्रस्त है। इस पुल पर भी बालू लदे वाहनों का आवागमन संचालित हो रहा है। यह पुल जिले की सीमा को बिहार प्रांत के बक्सर जिले से जोड़ता है। दो सौ मीटर लंबे पुल का निर्माण वर्ष 1979 में हुआ था। बिहार, झारखंड व बंगाल से जनपद समेत अन्य जिलों में जरूरी सामग्रियों की आपूर्ति होती है। उत्तर प्रदेश सेतु निगम के जेई आरपी सिंह, पीडब्ल्यूडी विभाग के जेई शाहनवाज अहमद, अमित यादव, इंजीनियर राघवेंद्र कुमार के अलावा अन्य कर्मी उपस्थित थे।

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