अब गाजीपुर में भी कोरोना संक्रमित को होम आइसोलेशन की मिलेंगी सुविधा- एसीएमओ
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर। कोरोना के लगातार बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुये अब लक्षणरहित कोरोना मरीज को होम आइसोलेशन की सुविधा मिल सकेगी। होम आइसोलेशन केवल उन्हीं पर लागू होगा जिनकी 20 जुलाई यानि सोमवार या उसके बाद की रिपोर्ट पॉज़िटिव आई हो। हाल ही में शासन ने लक्षणरहित कोविड-19 के पॉजिटिव मरीजों के लिए एक राहत भरा संदेश भेजा है और इसके लिए सशर्त दिशा-निर्देश भी दिये गए। इसके मद्देनजर सोमवार को 26 व्यक्तियों की कोरोना पॉज़िटिव रिपोर्ट आने के पश्चात 24 मरीजों को सशर्त होम आइसोलेशन में रखा गया है। साथ ही इन सभी से सहमति पत्र भी भरवाया गया।
एसीएमओ डॉ केके वर्मा ने ऐसे मरीजों के लिए शासन ने कई तरह के नियम बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन की पात्र मरीजों के लिए उपचार प्रदान करने वाले चिकित्सकों के द्वारा ऐसे व्यक्ति को लक्षणों रहित रोगी के रूप में चयनित किया गया हो। रोगी के निवास स्थान पर स्वयं को आइसोलेट एवं परिजनों को क्वॉरेंटाइन करने की सुविधा हो। कम से कम दो शौचालय हो। ऐसे रोगी जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है या वह किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं उन्हें होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं दी जाएगी।
24 घंटे रोगी की देखरेख के लिए एक व्यक्ति उपलब्ध हो। स्वास्थ्य विभाग द्वारा विकसित किए गए आइसोलेशन ऐप को मरीज अपने स्मार्टफोन पर डाउनलोड करना होगा। रोगी को अपने स्वास्थ्य के नियमित अनुश्रवण के दायित्व को स्वीकार करना होगा। इसके लिए उसे एक सहमति पत्र भरना पड़ेगा और प्रतिदिन दिन में तीन बार अपने स्वास्थ्य जी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देनी पड़ेगी। आइसोलेशन में रहने वाले लक्षण विहीन कोविड-19 मरीजों को एक किट अपने पास रखनी होगी जिसमें पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, मास्क, ग्लब्स, सोडियम हाइपोक्लोराइट सलूशन एवं प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली वस्तुएं शामिल होंगी।
एसीएमओ डॉ उमेश कुमार ने बताया कि होम आइसोलेशन के रोगी एवं उसका देखभाल नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य की जांच कराएंगे एवं गंभीर लक्षण मिलने पर चिकित्सा सहायता हेतु निम्न परिस्थितियों में नियंत्रण कक्ष से संपर्क करेंगे। किसी मरीज में सांस लेने में कठिनाई, शरीर में ऑक्सीजन की कमी, सीने में लगातार दर्द, मानसिक भ्रम की स्थिति, बोलने में समेस्या, चेहरे या किसी अंग में कमजोरी, होठों या चेहरे पर नीलेपन की स्थिति में कोविड-19 नियंत्रण कक्ष से संपर्क करेगा। डॉ उमेश कुमार ने बताया कि ऐसे रोगियों के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों के द्वारा होम आइसोलेशन में रखे गए सभी कोविड-19 रोगियों का अनुश्रवण किया जाएगा।
साथ ही फील्ड स्टाफ या सर्विलांस टीम के सदस्य के द्वारा समय-समय पर मरीज के शरीर का तापमान, पल्स रेट एवं ऑक्सीजन की संतृप्तता को रिकॉर्ड किया जाएगा। फील्ड स्टाफ के द्वारा रोगी एवं देखभाल करने वाले व्यक्ति को इन पैरामीटर को नापने के लिए भी बताया जाएगा । मरीज का विवरण नियमित रूप से कोविड़-19 पोर्टल पर अपडेट किया जाएगा तथा जिला स्तरीय अधिकारियों के द्वारा होम आइसोलेशन के प्रोटोकाल का उल्लंघन करने अथवा उपचार की आवश्यकता की स्थिति रोगी को शिफ्ट करने हेतु जिला प्रशासन द्वारा तत्काल निर्णय लिया जाएगा।
फील्ड स्टाफ के द्वारा प्रोटोकॉल के अनुसार सभी परिजनों एवं नजदीकी संपर्कों की समीक्षा एवं परीक्षण भी किया जाएगा। उन्होने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले रोगियों का होम आइसोलेशन कोविड पॉज़िटिव होने के 10 दिनों पश्चात तथा पिछले तीन दिनों में बुखार न आने की स्थिति में समाप्त माना जाएगा। इसके पश्चात अगले सात दिनों तक रोगी घर पर ही रह कर अपने स्वास्थ्य का अनुश्रवण करेंगे। होम आइसोलेशन की समाप्ति पर टेस्टिंग की आवश्यकता नहीं होगी।